रांची: झारखंड में मानसून के आने के बाद राज्य के अधिकांश जिलों में मध्यम से हल्की दर्जे की बारिश हुई। राज्य के दक्षिणी हिस्से में अच्छी बारिश हुई। झारखंड में मौसम विभाग रांची के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान है। इसके लेकर 6 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इनमें धनबाद, जामताड़ा, दुमका, गोड्डा, पाकुड़ और साहिबगंज शामिल हैं। राज्यभर में सोमवार तक 54.9 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो अभी भी सामान्य से 65 प्रतिशत कम है।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से और बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्र में बना साइक्लोनिक सरकुलेशन झारखंड के दक्षिणी क्षेत्र से होते हुए छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। इससे मानसून सक्रिय है, लेकिन अब इसकी सक्रियता में थोड़ी कमी आ सकती है। मानसून होने से राज्य में अब ठंड का एहसास हो रहा है। अधिकतम तापमान में 12 डिग्री तक की कमी आई है। पश्चिमी सिंहभूम का अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। रांची का अधिकतम तापमान 28.2 और न्यूनतम 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
झारखंड में बारिश से खिले जलप्रपात
झारखंड में दो-तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते झारखंड के झरनों में रवानी लौट आई है। गर्मी में लगभग सूख चुके इन झरनों का संगीत फिर से सुनाई देने लगा है। झरनों में पानी लौटने के साथ दर्शक भी इनकी ओर खिंचे चले आ रहे है। हाल यह है कि झारखंड के सबसे ऊंचे जल प्रपातों में शुमार लोध फॉल इन दिनों पूरे उफान पर है। वहीं रांची से सटे दशम फॉल के साथ जोन्हा, हुंडरू और सीता फॉल भी बारिशके बाद जीवंत हो उठे हैं। खूंटी के पेरवाघाघ, पंचघाघ, रिमिक्स और रानी फॉल में भी पानी गिरने के दौरान का संगीत सुनाई पड़ने लगा है।