कोडरमा। राज इंटरनेशनल स्कूल में मंगलवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया। जिसे छात्रों को मानवाधिकारों के महत्व को समझने और सराहने में संलग्न करने के लिए रचित किया गया है। यह कार्यक्रम उस दिन के महत्व के संक्षिप्त परिचय के साथ शुरू हुआ, जिसमें मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा और सभी के लिए समानता, गरिमा और सम्मान को बढ़ावा देने में इसकी प्रासंगिकता पर जोर दिया गया।
वहीं प्रिंसिपल राहुल घोष ने बताया कि 10 दिसंबर का दिन संपूर्ण राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसकी शुरुआत 10 दिसंबर 1948 को हुई थी। जब सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने सार्वभौमिक मताधिकार घोषणा-पत्र को अधिकारिक रूप से मान्यता दी। वहीं आयशा नोमानी ने बताया कि मानव को मुख्य रूप से समानता का अधिकार धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार भेदभाव से आजादी का अधिकार सामाजिक सुरक्षा का अधिकार अभिव्यक्ति की आजादी कानूनी सहायता लेने का अधिकार जीवन और आजाद रहने का अधिकार सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने का अधिकार है। वहीं विद्यालय के शिक्षक आशीष भुजेल सभी विद्यार्थियों को मानव के जीवन में मौलिक अधिकारों का महत्व समझाया तथा कहा की इस वर्ष का 2024 की थीम “हमारे अधिकार, हमारा भविष्य, अभी“ है। यह इस बात पर गौर करता है कि मानवाधिकार हमारे रोजमर्रा के जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं।
मौके पर इकबाल, रिजवान, सैफुद्दीन, अनीता, उजाला, सुष्मिता, इंदु, ज्योत्सना, ज्योति, आशीष, आदित्य, काजल, चम्पा समेत सभी शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं मौजूद थे।