रामगढ़। आपातकालीन सेवा 108 के एंबुलेंस चालक और टेक्नीशियन मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इसकी मुख्य वजह यह है कि चिकित्सा हेल्थ केयर लि. प्रबंधन ने पिछले पांच महीने से मानदेय का भुगतान नहीं किया है।
रामगढ़ जिले में सरकारी अस्पतालों में 40 से अधिक एंबुलेंस के कर्मचारी कार्यरत हैं। यह सभी ठेके पर रखे गए थे। इनकी कंपनी का ठेका अब खत्म हो रहा है। इसके बाद दूसरी कंपनी आपातकालीन सेवा को सुचारू रूप से चलाने के लिए अधिकृत कर दी जाएगी। ऐसे हालात में इन कर्मचारियों का मानदेय अधर में लटक जाएगा।
चालक राजेश कुमार ने कहा कि पिछली बार जिस कंपनी को आपातकालीन सेवा के लिए अधिकृत किया गया था, उसने सभी ड्राइवर और टेक्नीशियन का रजिस्ट्रेशन करवाया था। अब दूसरी कंपनी आएगी तो उसके द्वारा भी सभी आपातकालीन सेवा के कर्मचारियों को रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए दबाव डाला जा रहा है। यहां तक कि एंबुलेंस के चालकों को यह निर्देश भी दिया गया है कि 18 अगस्त से पहले सभी एंबुलेंस दूसरी कंपनी को हैंड ओवर कर दिया जाए लेकिन यह तभी संभव होगा जब अस्पताल प्रबंधन बकाया मानदेय का भुगतान कर देगी। यदि अस्पताल प्रबंधन कर्मचारियों की मांग नहीं मानती है तो एंबुलेंस का सायरन बंद ही रहेगा।
इस बाबत रामगढ़ की सिविल सर्जन डॉक्टर महालक्ष्मी प्रसाद ने बताया कि 108 एंबुलेंस की सेवा एजेंसी के तहत संचालित होती है। उनके मानदेय का भुगतान एजेंसी ही करती है। सिविल सर्जन कार्यालय से उनके मानदेय का भुगतान नहीं होता है। हालांकि, एंबुलेंस के स्ट्राइक पर जाने से कार्य तो काफी प्रभावित होता है। इसी वजह से एजेंसी के संचालकों से बात की गई है। 8 से 10 दिनों के अंदर उनके भुगतान होने का संदेश दिया गया है।