बेगूसराय। पहले इंडियन फिर ऑयल के मूलमंत्र पर चल रहा इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ना सिर्फ देश की पेट्रोलियम जरूरत को पूरा कर रहा है। बल्कि स्वच्छ और हरित भारत बनाने के लिए भी तेजी से काम कर रहा है। इसी की एक कड़ी है नए भारत का एथेनॉल युक्त पेट्रोल। इंडियन ऑयल अन्य तेल विपणन कंपनियों के साथ मिलकर स्वच्छ और हरित भारत की दिशा में बदलाव ला रहा है। किसानों को सशक्त बना रहा है, मूल्यवान विदेशी मुद्रा बचा रहा है। इसे संभव कर रहा है पेट्रोल में मिश्रित किया जा रहा दस प्रतिशत इथेनॉल। इंडियन ऑयल लगातार ऐसा ईंधन देता है जो ना केवल सर्वोत्तम, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अच्छा हो।
नए भारत का एथेनॉल युक्त पेट्रोल किसानों को शक्ति, प्रदूषण से मुक्ति, अर्थव्यवस्था को गति दे रहा है। इंडियन ऑयल ने चीनी मिलों को 81 हजार करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया। इथेनॉल उत्पादन के लिए क्षतिग्रस्त और अतिरिक्त खाद्यान्न खरीदने का निर्णय लिया गया। इथेनॉल उद्योग के कारण नए रोजगार का निर्माण हुआ। 53 हजार करोड़ से अधिक विदेशी मुद्रा की बचत हुई। आठ सालों में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 319 लाख टन की कमी आई। देश में ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों की खोज में इंडियन ऑयल सीएनजी (प्राकृतिक गैस), ऑटो गैस (एलपीजी), इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल, बायो-डीजल और हाइड्रोजन ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। हाइड्रोजन आधारित ईंधन, ईवी और बैटरी प्रौद्योगिकियों पर भी काम कर रहा है।
बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आर.के. झा कहते हैं कि सतत विकास की दिशा में इंडियन ऑयल नेट जीरो 2046 लक्ष्य की ओर सार्थक कदम बढ़ा रही है। इसके लिए बरौनी रिफाइनरी सभी पर्यावरणीय मानकों का अनुपालन कर रही है। नैचुरल गैस के उपयोग, सोलर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन, ग्रिड पावर इत्यादि पर भी कार्य किए जा रहे हैं। सतत विकास और हरित भविष्य के निर्माण में नेट जीरो प्रतिबद्धता के साथ हरित विकल्पों पर ध्यान बढ़ रहा है। हरित ईंधन का उत्पादन बढ़ाने, निम्न कार्बन ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को अपनाने, ऊर्जा दक्षता में वृद्धि, ताजे पानी के पदचिन्हों को कम करने, हरित ऊर्जा के उपयोग को अधिकतम करने, हरित कवर का विस्तार करने, जैव-विविधता की रक्षा करने, कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहे हैं।
बरौनी रिफाइनरी ने 2022-23 में पेट्रोल और इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल, रिफॉर्मेट, हवाई ईंधन एवं डीजल का अब तक का सर्वाधिक उत्पादन और प्रेषण हासिल किया है। बरौनी रिफाइनरी के क्षितिज को पूरी तरह से बदलने वाली बीआर-9 विस्तारीकरण परियोजना दिसम्बर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। 220 केवी ग्रिड पावर और नैचुरल गैस परियोजना का कार्य प्रगति पर है जल्द ही इसे कमीशन किया जाएगा।