मिडिल ईस्ट इस समय सबसे उथल-पुथल भरे दौर से गुजर रहा है. हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के खात्मे और दक्षिणी लेबनान में इजरायल के ग्राउंड ऑपरेशन के बाद मंगलवार आधी रात को ईरान ने इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलें दागीं. ईरान का दावा है कि उन्होंने इजरायल पर 180 मिसाइलें दागी हैं. ऐसे में सवाल है कि इजरायल ने इतने बड़े हमले को नाकाम कैसे किया और जमीनी स्तर पर कितना नुकसान हुआ?
ईरान का यह हमला काफी स्ट्रैटेजिक था. ईरान ने तेल अवीव में इजरायल के तीन मिलिट्री बेस और खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर को निशाना बनाकर मिसाइलें दागी थीं. इजरायल के Nevatim, Hatzerim और Tel Nof मिलिट्री बेस पर मिसाइलें दागी गईं. टेल नोफ और नेवाटिम इजरायली सेना आईडीएफ के सबसे एडवांस मिलिट्री बेस हैं.
इजरायल पर जमीनी स्तर पर कितना नुकसान?
सैटेलाइट फुटेज से पता चलता है कि नेवाटिम पर कुछ ही मिसाइलें जाकर गिरी थीं. इस हमले में ईरान ने फत्ताह मिसाइलों का इस्तेमाल किया था. ईरान के इस हमले में एक शख्स की मौत हुई है और आईडीएफ का एक सैनिक गंभीर रूप से घायल हुआ है. घायल सैनिक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है.
इजरायल के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में इस हमले का थोड़ा बहुत नुकसान देखने को मिला है. इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी का कहना है कि इस हमले में वह इजरायल में हुई किसी की मौत की जानकारी से वाकिफ नहीं हैं. आईआरजीसी का कहना है कि उनकी ओर से दागी गई 90 फीसदी मिसाइलें टारगेट पर जाकर गिरी है जबकि इजरायली सेना का कहना है कि ईरान की ओर से दागी गई मिसाइलों में से अधिकतर को इंटरसेप्ट किया गया.
जहां जगह मिली, वहां छिपे इजरायली नागरिक
ईरान के हमले मुख्य तौर पर जेरूशलम और तेल अवीव को निशाना बनाकर किए गए. इन हमलों के बीच इजरायल में रातभर सायरन बजते रहे. तेल अवीव में सायरन बजते ही लोगों को जहां मौका मिला, वहां शरण लेते दिखाई दिए. सायरन बजते ही तेल अवीव में एक ब्रिज के नीचे इजरायली नागरिकों ने शरण ली. इजरायल में जगह-जगह बॉम्ब शेल्टर्स और बंकर्स बने हुए हैं, जहां बड़े पैमाने पर लोगों ने शरण ली.ईरान का कहना है कि अगर इजरायल इस हमले का जवाब देता है तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. इस बीच ईरान ने बुधवार तक कई फ्लाइट्स रद्द कर दी हैं.
अमेरिका और अन्य मित्र देशों ने क्या किया?
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इजरायल में मौजूद अमेरिकी सेनाओं को यहूदी राष्ट्र की रक्षा के तुरंत आदेश दिए, जिसके बाद अमेरिकी सेनाओं ने कई ईरानी मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया. पेंटागन प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिकी नेवी विध्वंसकों ने इजरायल की ओर दागी गई कई मिसाइलों को मार गिराया.
इजरायल पर ईरान के हमले के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ईरान ने इजरायल पर जितनी भी मिसाइलें दागी थीं, उनमें से ज्यादातर को इंटरसेप्ट कर दिया गया. इस वजह से जमीनी स्तर पर इस हमले से अधिक नुकसान नहीं हुआ. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का कहना है कि अमेरिका और उसे सहयोगी देशों ने ईरान के इस हमले को नाकाम कर दिया.
इसे भी पढ़े:- CM ने 1240 करोड़ 57 लाख रुपये की 50 योजनाओं की दी सौगात,कहा-बुजुर्गों को पेंशन,युवाओं को दे रहे रोजगार
इसे भी पढ़े:- लातेहार में एके-47 के साथ दो नक्सली गिरफ्तार
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टार्मर ने भी ईरान हमले की निंदा की. उन्होंने मंगलवार को ही इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन कर मदद का आश्वासन दिया. स्टार्मर ने कहा कि हम इजरायल के साथ खड़े हैं और संकट की इस घड़ी में इजरायल को आत्मरक्षा का अधिकार है. इस बीच ब्रिटेन के रक्षा मंत्री जॉन हीले ने कहा कि ब्रिटेन की सेनाओं ने भी मिसाइलों को नेस्तनाबूद किया.
क्या है आयन डोम ?
इजरायल का अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम अपनी अचूकता के लिए दुनियाभर में मशहूर है. अप्रैल महीने में भी जब ईरान ने इजरायल पर हमला किया था तो उस समय भी एक्टिव आयरन डोम ने मिसाइलों को मार गिराया था. इस बार भी आयरन डोम ने मिसाइलों को सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट किया.
अप्रैल की तुलना में जोरदार हमला था
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने इस साल अप्रैल महीने में भी इजरायल पर मिसाइलें दागी थीं. अप्रैल में ईरान ने इजरायल पर 100 बैलिस्टिक और 30 क्रूज मिसाइलें दागी थी. लेकिन इस बार ईरान ने इजरायल पर जो हमला किया है, वह पिछले हमले से ज्यादा जोरदार था.
इसे भी पढ़े:- पिता बनने के करीब 20 दिन बाद पहली बार दिखे रणवीर सिंह
इसे भी पढ़े:- चतरा: तीन साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास, आरोपित गिरफ्तार