कोडरमा। स्थानीय लोकतंत्र एवं संवैधानिक अधिकारों पर व्यापक समझ विकसित करने को लेकर समर्पण की ओर से कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन होटल सेलिब्रेशन में किया गया। प्रशिक्षण के दौरान संविधान, स्थानीय स्वशासन, विकेंद्रीकरण, कला कौशल, ग्राम सभा शक्तिकरण एवं समुदाय की भागीदारी को लेकर विशेष चर्चा किया गया। इस प्रशिक्षण में प्रतिभागियों ने 73वां संशोधन, संविधान की पांचवी एवं छट्ठी अनुसूची में दिए गए विशेषधिकार, झारखंड पंचायती राज अधिनियम ग्राम सभा के सफल संचालन के नियमावली एवं इसके चरण एवं बुनियादी महत्व को भी जाना। यह प्रशिक्षण पूरी तरह ग्रुप डिस्कशन, गतिविधि, खेल, क्विज आधारित था, इसलिए प्रतिभागियों ने बड़े रोचक तरीके से सब कुछ सीखा।
वहीं संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू ने कहा कि समर्पण ने 19 साल पहले कोडरमा से सामाजिक यात्रा प्रारंभ की और आज राज्य के कई जिलों में यह यात्रा पहुंची है, जिसमें कार्यकर्ता जैसे सहयात्रियों का क्षमता निर्माण समय-समय पर करती रहती है। यह प्रशिक्षण इसी सामाजिक यात्रा की एक कड़ी है, समर्पण मौटे तौर पर महिलाओं, युवाओं एवं बच्चों के हक अधिकारों को लेकर काम करती आ रही है, उन्होंने ग्राम स्वराज की चर्चा करते हुए यह भी कहा कि गांव हो या शहर सम्पूर्ण समृधि, सुख, शांति और विकास के लिए प्रकृति और संस्कृति की रक्षा करना बहुत जरुरी है।
वहीं परियोजना प्रबंधक आलोक कुमार सिन्हा ने कहा कि स्थानीय स्वशासन एवं ग्राम सभा सशक्तिकरण के लिए पंचायतों में कैडर निर्माण की प्रक्रिया चलायी जा रही है, सरकारी योजनाओं से अभिवंचितों को जोड़ने, स्थायी समितियों की सक्रियता को बढ़ाने, फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं, संबंधित विभागों आदि का सहयोग करने आदि को लेकर कई रणनीति तय किये गए। वहीं मास्टर ट्रेनर सचिन कुमार ने सामाजिक एवं वंचना मानचित्रण द्वारा गांव को जानो गांव को समझो पुस्तक द्वारा अपने गांव की धरोहर संस्कृति, विरासत आदि पर समझ बनाने पर बल दिया।
मौके पर पिंकी देवी, योगेश कुमार, सुनीता देवी, मनीषा कुमारी, मेरियन सोरेन, मुकेश कुमार यादव, नमिता कुमारी, संगीता देवी, लक्ष्मी देवी, रजनी कुमारी, नेहा, लवली, आशा, जीतेन्द्र कुमार सिंह, वीणा कुमारी, गुलशन कुमार, राजेश सिंह, गुड्डी, मंटू कुमार, जीतेन्द्र अगेरी, बेबी देवी, राजेश कुमार, नवीन कुमार आदि मौजूद थे।