रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि संसद का पांच दिनों का विशेष सत्र क्यों बुला रहे हैं, यह बतायें। साथ ही कहा कि इंडिया गठबंधन से भाजपा और केंद्र सरकार को भय होने लगा है। यही वजह भी है कि संसद के पांच दिनों के विशेष सत्र के आयोजन के संबंध में वह सरकारी नोटिफिकेशन जारी नहीं कर रही।
भट्टाचार्य शनिवार को हरमू स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि देश संविधान और कुछ पारंपरिक मान्यताओं से चलता है। इस सरकार में हिंदुस्तान की संसदीय परंपरा समाप्त हो रही है। आखिर किन विशेष परिस्थितियों में पांच दिवसीय विशेष सत्र का आयोजन हो रहा है, यह सरकार बताए। भट्टाचार्य ने कहा कि तीन महीने से मणिपुर जल रहा है लेकिन विशेष सत्र केंद्र सरकार नहीं बुला पाती। प्रधानमंत्री विदेशों का दौरा करते हैं। अपने मित्र से संबंधित बातों का जवाब नहीं देते।
उन्होंने कहा कि देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थान, आर्थिक मामलों के जानकार नाम लेकर तथ्यों के साथ देश के सबसे बड़े उद्योगपति के कारनामे छाप रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री चुप रहते हैं। गुजरात सरकार उनके मित्र की चोरी पकड़ती है लेकिन वे खामोश रहते हैं। आखिर विशेष सत्र में होगा क्या। जब दो महीने के बाद शीतकालीन सत्र तो आना ही था तो ऐसी कौन सी आपदा आ गयी कि विशेष सत्र बुला रहे हैं। पहले पता रहता तो सभी दल तैयारियों के साथ इसमें शामिल होते।
उन्होंने इंडिया गठबंधन में शामिल सभी 27 दलों का आभार भी जताया। साथ ही कहा कि एक सितम्बर को इंडिया की तीसरी बैठक मुंबई में संपन्न हुई। इसमें पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को राष्ट्रीय स्तर पर बनी समन्वय समिति का सदस्य चुना गया। इस देश के 11 करोड़ से ज्यादा आदिवासी जनसमुदाय के प्रतिनिधित्व करने, नौजवानों का, मूलवासियों का प्रतिनिधित्व करने को सबसे पुरानी पार्टी सहित कश्मीर से कन्याकुमारी तक की पार्टियों ने हेमंत पर भरोसा जताया है।