रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झामुमो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करायेगी। भट्टाचार्य मंगलवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि 29 जनवरी को ही मीडिया को बताया था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन निजी काम से दिल्ली गये हैं। वे अब लौट भी आये हैं। इस बीच भाजपा के बाबूलाल मरांडी और निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री को लेकर जिस तरह का वक्तव्य दिया है, वह शर्मनाक है। उनके खिलाफ पार्टी अब सीआरपीसी की धारा 499 (मानहानि) का केस करेगी। सीएम कोई व्यक्ति भर नहीं, अपने आप में एक संस्थान हैं। सुप्रियो ने कहा कि सीएम को मिसिंग बताते हैं और 11 हजार रुपये इनाम की बात करते हैं। बाबूलाल का संगठन सीएम को लेकर थाना तक चला जाता है।
उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री ने यहां 31 जनवरी को ईडी को समय दिया हुआ है तो उनके दिल्ली आवास पर वह क्यों और कैसे पहुंच गयी। उसे यह अधिकार किसने दिया। दिल्ली आवास से 36 लाख रुपये कैश मिलने की बात कही जा रही। कौन जानता है कि बाबूलाल या ईडी ने ही इसे प्लांट कराया हो। मुख्यमंत्री के मिसिंग होने की बात करने वाले मुख्य विपक्षी दल और उनके नेता बताएं कि क्या मुख्यमंत्री भाजपा ऑफिस में बायोमेट्रिक अटेंडेंस देंगे?
एक सवाल पर कि आखिर मुख्यमंत्री रांची कैसे लौटे? सुप्रियो ने भड़कते हुए कहा कि मीडिया का ऐसा सवाल भ्रम पैदा करता है। संविधान में कहीं नहीं लिखा कि जो कोई भी जिस साधन (ट्रेन, प्लेन, बस) से कहीं जाए तो उसी से लौटे। कोरोना काल में महाराष्ट्र से हजारों लोग 2500 किमी पैदल चल कर यहां आए। मुख्यमंत्री भी आ गये, यही बहुत है। भले वे घुटने के बल चलकर आए हों। राजभवन को भी निशाने पर रखते कहा कि यह कौन सा पैनिक क्रिएट किया जा रहा, वे मुख्य सचिव, डीजीपी को अपने ही यहां रख लें।
हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का सीएम हाउस में विधायक संग बैठक में शामिल होने के सवाल पर सुप्रियो ने कहा कि दोपहर में हुई बैठक एक साथ जुटने और बापू वाटिका जाने को लेकर थी। कल्पना से राजनीति नहीं चलती। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सीता सोरेन और रामदास सोरेन भी दिल्ली में हैं, पार्टी को मालूम है।