मुंबई । महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खालापुर तहसील स्थित इरशालगढ़ नामक गांव में भारी बारिश से बुधवार देर रात भारी भूस्खलन से तकरीबन 17 घर मलबे में दब गए। मलबे में 120 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। घटना में अब तक 5 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में 4 ग्रामीण और एक बचाव टीम का कार्यकर्ता शामिल है। राहत की बात है कि गुरुवार सुबह तक 65 लोगों को मलबे से बाहर निकाला जा चुका है। घटनास्थल पर आज सुबह नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीम पहुंची है। मौके पर जाने के रास्ते और मौके पर कीचड़ होने से राहत और बचाव कार्य में अड़चन आ रही है, लेकिन राहत और बचाव कार्य जारी है।
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मौके पर पहुंचे हैं और अधिकारियों से घटना की जानकारी ले रहे हैं। मौके पर उपस्थित संरक्षक मंत्री उदय सामंत ने बताया कि बुधवार रात इरशालगढ़ गांव पर पहाड़ी का हिस्सा गिर गया था। इस घटना में पहाड़ी के मलबे से गांव के 17 घर पूरी तरह दब गए। देर रात हुई इस घटना में रात को राहत और बचाव कार्य मुश्किल हो गया था, लेकिन आज सुबह से यहां राहत और बचाव कार्य जारी है। हेलिकॉप्टर की मदद से राहत और बचाव कार्य करने का विचार किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले में बुधवार को 163 मिमि बारिश दर्ज की गई थी। भारी बारिश की वजह से रात में साढ़े 11 बजे- 12 बजे के बीच इरशालगढ़ गांव में पहाड़ी का हिस्सा धसक कर गांव के घरों पर गिर गया। उस समय पूरा गांव गहरी नींद में सो रहा था। लेकिन कुछ बच्चे गांव से कुछ दूर पर मोबाइल पर खेल रहे थे। इन बच्चों ने घटना की जानकारी प्रशासन तक पहुंचाई। यह गांव मोरबे जलाशय से 6 किमी दूर है। बताया जा रहा है कि गांव में आदिवासी लोग रहते हैं। गांव के बहुत से लोग काम की वजह से अन्य स्थानों पर गए हैं। घटना के बाद गांव में शोक फैल गया है।