रांची। राजधानी में हाल ही में एक बच्ची के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना के बाद झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग भी सक्रिय हो गया है। आयोग के सदस्य उज्जवल प्रकाश तिवारी ने गुरुवार को डीजीपी अनुराग गुप्ता से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। तिवारी ने स्कूलों के छुट्टी के समय सादे लिबास में महिला और पुरुष पुलिस बल की तैनाती की करने की मांग की।
तिवारी ने डीजीपी से बच्चों की सुरक्षा से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी गंभीरता से विचार करने का अनुरोध किया गया। डीजीपी ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना और उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।
ये हैं प्रमुख मांगें
-शिकायत पेटी की व्यवस्था- प्रत्येक स्कूल और उसके आसपास शिकायत करने के लिए शिकायत पेटी की व्यवस्था की जाए, ताकि बच्चे अपनी समस्याएं सहजता से व्यक्त कर सकें।
-सादे लिबास में पुलिस तैनाती– स्कूल छुट्टी के समय सादे लिबास में महिला और पुरुष पुलिस बल की तैनाती की जाए, ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
-सीसीटीवी कैमरे– जिला प्रशासन द्वारा स्कूलों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने की व्यवस्था की जाए, ताकि निगरानी बढ़ सके।
-पुलिस पोस्ट की स्थापना– प्रत्येक स्कूल के बाहर पुलिस पोस्ट बनाने की दिशा में पुलिस मुख्यालय कार्रवाई करे, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता मिल सके।
-मासिक समीक्षा– प्रत्येक माह बच्चों से संबंधित केस की समीक्षा की जाए और इसकी सूचना आयोग को उपलब्ध कराई जाए, ताकि बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतत निगरानी रखी जा सके।