पलामू। पलामू जिले में ईसाई धर्मावलंबियों ने क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया। गिरिजाघरों में प्रभु यीशु के आगमन पर मंगलवार देर रात में प्रार्थना सभा हुई और बालक यीशु के आगमन की खुशियां मनाई गई। स्टेशन रोड स्थित शांति की महारानी गिरिजाघर में चरनी सजाई गई। क्रिसमस त्योहार को लेकर मंगलवार की शाम से ही चर्चों में पुण्य रात की आराधना होने लगी थी। बुधवार सुबह तक यह सिलसिला चला। सामूहिक प्रार्थना के बाद ईसाई धर्मावलंबियों ने एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी।
स्टेशन रोड स्थित आरसी चर्च के पल्ली पुरोहित अरविंद मुंडा ने बुधवार को बताया कि रात 10 बजे से चर्च आराधना हुई। पादरी प्रभु रंजन मसीह ने बताया कि यूनियन चर्च में शाम में आराधना शुरू हो गयी थी। प्रचारक सुनील तिर्की ने बताया कि मंगलवार शाम छह बजे से सीएनआई चर्च में विशेष आराधना हुई। 25 दिसंबर को सीएनआई चर्च में सुबह सात बजे, आरसी चर्च में सुबह आठ बजे और यूनियन चर्च में सुबह नौ बजे से विशेष आराधना हुई।
यूनियन चर्च के पादरी प्रभु रंजन मसीह ने अपने संदेश में कहा कि बालक यीशु के जन्म की घटना मानवीय नहीं ईश्वरीय है। प्रभु यीशु मसीह का जन्म पूरे विश्व के मनुष्य के पापों के उद्धार और मानव जीवन के कल्याण के लिए हुआ है।
पादरी प्रभु रंजन ने कहा कि प्रभु यीशु प्रेम के पुजारी थे। उन्होंने दुनिया भर में प्रेम और शांति का संदेश दिया। उनके संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम हम सभी की जिम्मेदारी है। क्रिसमस मनाने का मतलब है कि प्रभु यीशु के संदेश को समाज में फैलाने का काम सभी करें और सभी उनके बताए हुए मार्ग पर स्वयं चल कर शांति और प्रेम को जीवन में उतारें। प्रभु यीशु का कहना था कि किसी से ईष्या, द्वेष, झूठ और फरेब नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम में पास आओ विश्वासियों, जय जय करते आओ गीत गाया गया।
इधर, मेदिनीनगर के विभिन्न चर्च में सुबह के समय प्रार्थना के बाद दिन भर दूसरे धर्म के लोगों का आना जाना लगा रहा। कैंडल जलाकर समृद्धि की कामना की गयी। इस बीच पूर्व मंत्री के.एन त्रिपाठी ने फादर अरविंद मुंडा को शॉल एवं गुलदस्ता देकर स्वागत किया। मौके पर कांग्रेस अल्पसंख्यक अध्यक्ष जीशान खान एवं अन्य मौजूद थे।