बेरमो कार्यालय,
बेरमो: अक्टूबर गुरुवार शारदीय नवरात्र के पांचवे दिन बेरमो थानांतर्गत राजकीय मध्य विद्यालय, फुसरो बाजार, बेरमो मे बच्चों संग विधालय प्रबंधन, शिक्षको व कर्मियों की उपस्थिति में बाल अधिकार कार्यकर्ता सह मनोवैज्ञानिक शिक्षाविद डाॅ प्रभाकर कुमार के द्वारा बाल अधिकार संरक्षण जागरूकता अभियान चलाया गया।डाॅ प्रभाकर कुमार ने बाल अधिकारो को विभिन्न उदाहरणों के साथ परिभाषित करते हुए बताया कि बच्चों के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा पर रोक है। बच्चे के खिलाफ हिंसा न केवल उनके जीवन व स्वास्थ्य को बल्कि उन्हें भावनात्मक रूप से और भविष्य को भी खतरे में डालती है। सभी बच्चों को हिंसा, शोषण व दुर्व्यवहार से सुरक्षित रखने का अधिकार है।
बाल शोषण के अंतर्गत शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक या उपेक्षा शोषण के रूप मे आते हैं। डाॅ प्रभाकर कुमार ने जागरुकता अभियान मे यह भी कहा कि बच्चों को शारीरिक शोषण को समझने हेतु सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श को महसूस करने का ज्ञान दिया जाए। बच्चों को सही गलत का ज्ञान, इन विषयों पर खुलकर बात करें ताकि इस शोषण को बच्चे समझ सकें एवम अपनो को बता सकें। कोई बच्चा बाल शोषण का शिकार होते हैं, सबसे पहले अपराधी को सजा दिलवाएं और उसकी कानूनी कार्रवाई करें। चुप्पी तोड़कर बच्चों को सुरक्षित बनाएं।
अधिकतर मामलों मे बाल शोषण करने वाले परिवार के करीबी लोग होते हैं जिनका घर मे आना जाना रहता है। बच्चों की सुरक्षा सभी हितधारकों की जवाबदेही है।जागरुकता कार्यक्रम मे प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार सिंह , शिक्षिका रीना भट्टाचार्य, आभा टोप्पो, मनोज कुमार सिंह, अजय कुंवर, अलका सिन्हा आदि उपस्थित रहे।