कोडरमा। झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ चुकी है। एक बार फिर विधायक बनने को लेकर जोर आजमाइश शुरू हो गयी है। वहीं कोडरमा विधानसभा चुनाव के इतिहास को देखें, तो आधी आबादी की भागीदारी को लेकर अलग-अलग तस्वीर दिखती है। एक समय था जब 90 के दशक से पूर्व कोडरमा में हुए नौ आम चुनावों में एक भी महिला उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरी थीं, वहीं वर्ष 1998 में अचानक बदले राजनीतिक घटनाक्रम ने यहां आधी आबादी का ही कब्जा जमवा दिया।
1998 के बाद पहली बार अन्नपूर्णा देवी बनीं विधायक
1998 में तत्कालीन विधायक रमेश प्रसाद यादव के निधन के बाद उनकी पत्नी अन्नपूर्णा देवी पहली बार विधायक बनीं, इसके बाद से अब तक हुए चुनावों में इस सीट से महिलाएं ही विधायक बनी हैं। 1998 से लेकर 2014 तक अन्नपूर्णा देवी लगातार राजद के टिकट पर विधायक निर्वाचित होती रहीं। 2014 में हुए चुनाव में भाजपा की डाॅ. नीरा यादव ने अन्नपूर्णा को पराजित कर दिया। 2019 में भी डाॅ. नीरा ने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की, और 2024 में भी भरोसा जताया है।
1990 में पहली महिला उम्मीदवार थीं गुनिया देवी
कोडरमा में 1952 से लगातार हुए नौ आम चुनावों में एक भी महिला उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरी थीं। पहली बार 1990 में महिला उम्मीदवार के रूप में गुनिया देवी ने भाग्य आजमाया, पर उन्हें सिर्फ 627 मत मिला था। उस समय जनता दल के रमेश प्रसाद यादव विधायक चुने गये थे। इस चुनाव के बाद 1995 में किसी महिला ने उम्मीदवारी नहीं की।
सहानुभूति लहर में जीती थी अन्नपूर्णा देवी
वहीं 1998 में रमेश प्रसाद यादव के निधन के बाद हुए उप चुनाव में उनकी पत्नी अन्नपूर्णा देवी मैदान में आयीं और सहानुभूति लहर में जीत हासिल कर ली। वर्ष 2000 में भी अन्नपूर्णा को छोड़ कर कोई महिला उम्मीदवार नहीं थी, जबकि 2005 में अन्नपूर्णा देवी के अलावा भाजपा से लालसा सिंह व लोजपा से पूनम सिंह ने भाग्य आजमाया पर सफलता नहीं मिली। उस समय लालसा सिंह को 19805 व पूनम सिंह को 1719 मत मिले थे।
2014 में डाॅ. नीरा यादव ने हासिल की जीत
2009 में भी अन्नपूर्णा को छोड़ कोई महिला उम्मीदवार सामने नहीं आयी, जबकि, 2014 में भाजपा ने डाॅ. नीरा यादव को उम्मीदवार बनाया और वह जीत हासिल करने में सफल रहीं। 2019 में दो महिला उम्मीदवार भाजपा से डाॅ. नीरा यादव व आजसू से शालिनी गुप्ता मैदान में थीं। इसमें डाॅ. नीरा 63636 मत लाकर फिर विजेता बनीं, जबकि शालिनी गुप्ता 44989 मत लाकर तीसरे स्थान पर रहीं। वर्तमान में अन्नपूर्णा देवी भाजपा से सांसद निर्वाचित होकर केंद्रीय मंत्री हैं।