रांची। राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान( रिम्स) के प्रभारी निदेशक प्रो (डॉ) आर के गुप्ता ने कहा कि रिम्स में मरीजों को अब दवा और जांच के लिए अधिक परेशान नहीं होना पड़ेगा। प्रभारी निदेशक डॉ राजीव गुप्ता ने कहा कि छह जून को प्रभार लेने के बाद इमरजेंसी और इलाज के लिए बेसिक परेशानी को दूर करना उनका लक्ष्य था। उन्होंने कहा कि मरीजों को गॉज, बैंडेज, आईबी फ्लूइड की कमी दूर कर दी गई है। जरूरी दवाइयां भी रिम्स में उपलब्ध करा दी गई है । साथ ही अन्य दवाइयों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। 23 सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं, जहां मरीज सैंपल दे सेकेंगे और रिपोर्ट भी मरीजों को मिलेगी।
गुप्ता शुक्रवार को रिम्स में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि रिम्स के इमरजेंसी और ट्रामा सेंटर में सुधार के लिए कई कदम उठाये जा रहे है। इनमें 18 वेंटीलेटर और सभी ऑक्सीजन प्वाइंट को कार्यशील करने, 24 घंटे डॉक्टरों की मौजूदगी के लिए रोस्टर तैयार करने, हैंड ओवर और टेकओवर रिपोर्ट प्रति पाली में तैयार करने,नर्सों का ड्यूटी का रोस्टर तैयार करने, ड्यूटी पर तैनात नर्स को दवाओं की उपलब्धता का हिसाब और हैंड ओवर रिपोर्ट बनाने, चिकित्सा अधीक्षक और उपाधीक्षक प्रतिदिन इमरजेंसी की व्यवस्थाओं की निगरानी करने, प्रथम तल पर 20 आईसीयू बेड और एक ऑपरेशन थिएटर तैयार करना शामिल है ।
उन्होंने बताया कि रिम्स में सुरक्षा को लेकरअनावश्यक और आवंछित आवाजाही पर रोक लगाने के लिए कई पॉइंट पर बैरियर इत्यादि लगाए जायेंगे। होम गार्ड और सैप के जवान वार्ड में रहेंगे तैनात ।
उन्होंने कहा कि ऐसे क्षेत्र जहां से अवांछित अनावश्यक लोग प्रवेश करते हैं । उन जगहों की पहचान कर सुरक्षाकर्मी तैनात किये जायेंगे। 24 घंटे और सातों दिन त्वरित प्रतिक्रिया टीम (क्यूआरटी )वॉकी टॉकी के साथ तैनात रहेंगे, जो अस्पताल और रिम्स परिसर की सुरक्षा की निगरानी करेंगे । उन्होंने कहा कि रात्रि ड्यूटी में महिला डॉक्टर के साथ सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।
इसके अलावा आयुष्मान भारत के तहत इलाज कराने वालों के लिए आयुष्मान मित्र और जगह जगह कंप्यूटर ऑपरेटर तैनात किये जायेंगे। साथ ही ओपीडी भवन में कैश काउंटर की संख्या बढ़ा कर पांच किया जायेगा। उन्होंने बताया कि डायलिसिस की निविदा की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है और जल्द ही रिम्स में डायलिसिस की सुविधा ओपीडी में भर्ती मरीजों के लिए शुरू की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इंटरनेट सेवा को दुरुस्त करने के लिए 13 महत्वपूर्ण जगहों पर वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है एवं एनआईसी और एयरटेल के माध्यम से अतिरिक्त समर्पित लीज लाइन की व्यवस्था की जा रही है। इसके संचालन 1 -2 दिनों में शुरू हो जायेगा। इस संबंध में कार्य-आदेश जारी कर दिया गया है।