पटना: बिहार में हवाई यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। पटना का जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जल्द ही और भी हाईक्लास नजर आएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि पटना एयरपोर्ट पर बढ़ी हुई क्षमता और विश्वस्तरीय सुविधाओं वाले नए टर्मिनल बिल्डिंग का काम तेजी से चल रहा। इसके अगले साल दिसंबर तक शुरू होने की संभावना है। खास बात ये है कि नई टर्मिनल बिल्डिंग में खास स्ट्रक्चर, एयरोब्रिज और लोगों की सुविधा के लिए कई जरूरी कदम उठाए गए हैं।
54 फीसदी काम पूरा
पटना के एक अधिकारी ने बताया कि 54 फीसदी से अधिक सिविल कार्य पूरा हो चुका है। नए टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण अगले साल तक पूरा होने की संभावना है। नई बिल्डिंग का एरिया करीब 65,135 वर्ग मीटर का है। इसमें सालाना 80 लाख यात्रियों और पीक ऑवर में 3,000 यात्रियों के ठहरने की क्षमता होगी। अभी महज 11,500 वर्गमीटर एरिया के साथ मौजूदा टर्मिनल बिल्डिंग में हर साल सात लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता है। एएआई-पटना के महाप्रबंधक (इंजीनियरिंग), प्रोजेक्ट केएस विजयन ने कहा कि पटना एयरपोर्ट का पुनर्विकास 2024 तक पूरा होने की संभावना है। दो मंजिला इमारत में ग्राउंड फ्लोर पर अराइवल एरिया और फर्स्ट फ्लोर पर डिपार्चर लाउंज होगा। विजयन ने टीओआई को बताया कि टर्मिनल बिल्डिंग के बेसमेंट लेवल में यात्रियों के बीच बैगेज कन्वेयर बेल्ट, बैगेज हैंडलिंग सर्विसेज की सुविधाएं होगी। साथ ही एयर कंडीशनिंग प्लांट, मशीनरी और फायर फाइटिंग से जुड़ी सभी सुविधाएं होंगी।
टर्मिनल बिल्डिंग में होगी खास सजावट
टर्मिनल बिल्डिंग की अंदरूनी सजावट बिहार की कला, संस्कृति और विरासत को दर्शाएगी। बिल्डिंग के डिजाइन में नालंदा विश्वविद्यालय की भी झलक दिखेगी। एराइवल प्वाइंट पर प्रसिद्ध मधुबनी पेंटिंग का प्रदर्शन होगा। टर्मिनल भवन कमर्शियल सुविधाओं से लैस होगा, इसमें मल्टीलेवल कार पार्किंग की सुविधा होगी।
यात्रियों के लिए 52 चेक इन काउंटर लगेंगे
नए भवन में घरेलू यात्रियों के लिए 52 चेक-इन-काउंटर और छह इन-लाइन एक्स-रे बैगेज स्कैनिंग मशीनें होंगी। वहीं अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए दो चेक इन काउंटर होंगे। सिक्युरिटी होल्ड एरिया में सात हैंड-बैगेज स्कैनिंग मशीन लगाने का प्रावधान है। ये ऑटोमेटेड ट्रे रिट्रीवल सिस्टम से लैस होगी। पांच और एप्रन के जुड़ने से एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स की कुल पार्किंग क्षमता 11 हो जाएगी।