रामगढ़ । रामगढ़ शहर में दिनदहाड़े एलआईसी की शाखा से गत मंगलवार को 29 लाख रुपए की लूट कांड में अभी तक पुलिस अपराधियों का कोई सुराग ढूंढ नहीं पाई है। घटना के 48 घंटे बाद भी पुलिस सिर्फ लकीर पीटती ही नजर आ रही है। शहर के सबसे अधिक भीड़भाड़ वाले इलाके से होकर अपराधी लूट की रकम के साथ भाग निकले।
इस लूट कांड के बाद एसआईएस कंपनी के सिक्योरिटी गार्ड, गनमैन, कैश अधिकारी और एलआईसी के पदाधिकारी शक के घेरे में हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार जिस वक्त इतनी भारी रकम बैंक में जमा करने के लिए ले जाया जा रहा था, उसकी कोई सूचना रामगढ़ थाने को नहीं दी गई थी। नियमानुसार मोटी रकम को बैंक में जमा कराने के लिए भेजने के दौरान स्थानीय पुलिस को एस्कॉर्ट के लिए बुलाया जाना चाहिए था। इसके अलावा इतनी मोटी रकम को ले जाने के लिए बक्से का इस्तेमाल नहीं किया जाना भी एक बड़ा संदेह पैदा कर रहा है।
अक्सर बैंक और एलआईसी अपनी रकम जमा कराने के लिए बड़े बक्से का प्रयोग करते हैं। लेकिन मंगलवार को जब मोटी रकम निकाली जाने लगी तो उसे ब्रीफकेस में ले जाया जा रहा था। इसे बड़ी आसानी से लुटेरे लेकर भाग सकते थे। पुलिस को इस बात का भी संदेह है कि अपराधियों के साथ किसी न किसी व्यक्ति की मिलीभगत है जो अंदर की खबर उन्हें दे रहा था। उस खबरी की भी तलाश में पुलिस लगी है। इसके अलावा अपराधियों के द्वारा गोली चलाने के स्टाइल पर भी पुलिस को संदेह है। आमतौर पर यह देखा गया है कि अपराधी या तो हवाई फायरिंग करते हैं या सीधा हमला करते हैं। लेकिन इस बार अपराधियों ने जिस कैश अधिकारी को गोली मारी उसे पैर में लगी। इस बिंदु पर भी पुलिस जांच कर रही है।