रांची: रामनवमी पर्व के उपलक्ष्य में आज राजधानी रांची में भव्य शोभायात्रा निकलेगी। इस वर्ष शोभायात्रा में 751 मीटर की महावीरी ध्वजा आकर्षण का मुख्य केंद्र बनेगी। पर्व को भव्यता प्रदान करने के लिए पूरा शहर सजकर तैयार है। सड़कों को महावीरी झंडों और पताकों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है। मंदिरों में बिजली की सज्जा की गई है। शहर और आसपास के क्षेत्रों से 300 से अधिक अखाड़े हथियार लेकर ध्वजा, झांकी, तासा, ढोल और नृत्य के साथ जुलूस निकालेंगे।
श्री महावीर मंडल के सचिव मुनचुन राय ने बताया कि शोभायात्रा में झंडे के साथ ढोल-नगाड़ों की विशेष व्यवस्था की गई है। इस साल की शोभायात्रा के लिए नागपुर से ताशा कलाकारों की 51 सदस्यों की टीम रांची पहुंच चुकी है। इसके साथ रामगढ़ से 15 सदस्यों की तासा टीम आ गयी है। जागरण करने के लिए टीमें 30 मार्च को शाम तक धनबाद और जमशेदपुर से रांची आयेगी। उन्हाेंने बताया कि श्री महावीर मंडल के सदस्य 25 दिन पहले से जश्न के लिए झंडे मंगवा लिये और रामनवमी के लिए पिछले एक महीने से तैयारियों में जुटे हैं।
हर साल झंडे की ऊंचाई बढ़ाने की परंपरा का पालन करते हुए इस साल समिति के कुछ सदस्यों ने पिछले साल की तुलना में अपने झंडे की ऊंचाई बढ़ा दी है। आरआर स्पोर्टिंग क्लब के अध्यक्ष राहुल यादव ने कहा कि पूजा उत्सव के लिए नए जोश के साथ हम हर साल झंडे की ऊंचाई बढ़ाते हैं। इस वर्ष क्लब के ध्वज की ऊंचाई 75 से बढ़ाकर 101 फीट कर दी गई है।
पिछले 50 सालों से सबसे बड़ा झंडा फहराने वाले रातू रोड निवासी देवेंद्र रजक ने कहा कि हर साल हम झंडे का कुछ आकार बढ़ाते हैं। पिछले साल 621 मीटर का झंडा फहराया गया था। इस साल आकार बढ़ाते हुए हमने झंडे का आकार बढ़ाकर 751 मीटर रखा है।
शोभायात्रा के दौरान पुरस्कार वितरण समारोह का प्रमुख आकर्षण का केंद्र होता है। सर्वश्रेष्ठ झांकी को पुरस्कार दिया जाएगा। युवा रांची महानगर रामनवमी पूजा समिति के अध्यक्ष नंद किशोर चंदेल ने कहा कि इस साल हमने अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार का दायरा बढ़ा दिया है।