चंडीगढ़। पंजाब में लुधियाना जिले के गांव नूरपुर बेट में रिटायर्ड एएसआई, उनकी पत्नी और बेटे की हत्या से लोग सन्न हैं। पुलिस ने कहा है प्रारंभिक जांच में ऐसे संकेत मिले हैं कि तिहरा हत्याकांड को शनिवार शाम सात बजे से रविवार रात के बीच अंजाम दिया गया। यह वारदात लूट के इरादे से की गई।
पुलिस का कहना है कि कुलदीप सिंह (65), उनकी पत्नी परमजीत कौर (61) और उनके बेटे गुरविंदर सिंह उर्फ पाली ग्रेवाल (32) के हत्यारों की तलाश तेज कर दी गई है। कुलदीप 2019 में रिटायर्ड हुए थे। पाली की एक वर्ष पहले शादी हुई थी। उसकी पत्नी गर्भवती है। पाली दो दिन पहले पत्नी को ससुराल (पायल गांव) छोड़ आया था। पाली की बहन समन ने शनिवार सात बजे घर के सदस्यों से बात की थी। समन ने रविवार को कई बार अपने पिता व भाई को फोन किया। समन ने दोनों के फोन नहीं उठाने पर एक रिश्तेदार को फोन किया।उसने गांव के सरपंच को सूचित किया।
गांव के सरपंच पीसीआर दस्ते के साथ कुलदीप सिंह की कोठी पहुंचे। कोठी के गेट पर ताला लगा था। पुलिस ताला तोड़कर कोठी में दाखिल हुई। रिटायर्ड एएसआई कुलदीप का शव लॉबी में फर्श पर पड़ा था। पाली और उसकी मां परमजीत का शव बेड़ पर था। सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू मौका मुआयना करने पहुंचे।
पुलिस को हत्याकांड के पीछे पुरानी रंजिश का अंदेशा भी लग रहा है। पुलिस कमिश्नर सिद्धू ने कहा प्राथमिक जांच में मामला फ्रेंडली लग रहा है। कोठी में वाटर सप्लाई आदि का काम चल रहा था। किसी जान पहचान वाले ने पहले रेकी की है। इसके बाद खिडक़ी से हत्यारे घर में दाखिल हुए। कोठी के पास एक सीढ़ी भी मिली है। अंदेशा है कि कोठी में घुसने में इस सीढ़ी का प्रयोग किया गया।