नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने के बाद देशभर में कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। वहीं बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप कर रही है। इस मामले मे अब विदेशी हस्तक्षेप भी शुरू हो गया है। जर्मनी के विदेश प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ फैसले और उनकी संसदीय सदस्यता निलंबित किए जाने का संज्ञान लिया है। जर्मनी की प्रतिक्रिया सामने आने के बाद बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए विदेशी ताकतों को बुलाने का आरोप लगाया। इस बीच बीजेपी सांसद बैजयंत जय पांडा ने जर्मनी की कानून व्यवस्था को लेकर तंज कसा। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘इस साल जनवरी में लुत्जेरथ गांव में जर्मनी की पुलिस की बर्बरता के बारे में पढ़कर निराशा हुई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हिंसा करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें कहा कि पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा। हम यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में लोकतांत्रिक मानदंडों में इस तरह की गिरावट को दुख और चिंता के साथ देख रहे हैं।
राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने के बाद जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमने इस मामले में संज्ञान लिया है। हमें जानकारी मिली है कि राहुल गांधी अदालत के फैसले को चुनौती दे सकते हैं। इसके बाद ही साफ हो पाएगा कि ये फैसला सही है और निलंबन के लिए उचित आधार है। जर्मनी को उम्मीद है कि न्यायिक आजादी के मानक और लोकतांत्रिक सिद्धांत समान रूप से राहुल गांधी के खिलाफ कार्यवाही पर लागू होंगे।’