चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर जी-20 में शुरू हुए हेपीनेस इंडेक्स से प्रेरित होकर सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन ने हरियाणा में महिलाओं के हेपीनेस इंडेक्स पर सर्वे करने का ऐलान किया है। यह सर्वे हरियाणा के जींद, गुरुग्राम व नूंह जिले से शुरू होगा।
सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन के संस्थापक सुनील जागलान ने बताया कि आधी आबादी की मुस्कान पर आज तक कोई काम नहीं हुआ है। इस अभियान का नाम है विमेन हैप्पीनैस चार्ट।
यह बात सर्वमान्य है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में सामाजिक हित के काम करने और अच्छे परिणाम लेने के लिए अधिक एकजुटता रखती हैं। दूसरों की जरूरतों के बारे में अधिक जागरूक होती हैं। यह बात यूएन के हैप्पीनेस इंडेक्स के शीर्ष देशों के अध्ययन से भी स्पष्ट होती है। दुनिया के शीर्ष दस सबसे खुशहाल देशों में से आठ में संसदीय पदों पर 40 फीसदी से अधिक महिलाएं हैं।
न्यूजीलैंड में तो महिलाओं की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक है। हेप्पीनेस इंडेक्स में इजराइल भी टॉप-10 में पिछली पायदान पर है, वहां भी महिलाओं का प्रतिनिधित्व 30 प्रतिशत के लगभग है। रिपोर्ट यह भी कहती है कि जिन देशों में महिलाएं कामकाजी ज्यादा हैं, वहां खुशहाली भी ज्यादा है। इस मामले में भारत का 136वां स्थान है और संसद में महिलाओं की भागीदारी 15 प्रतिशत से भी कम है।
जागलान ने बताया कि सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन ने हरियाणा में महिलाओं के हेपीनेस इंडेक्स पर जींद, गुरुग्राम व नूंह जिले से सर्वे करने का ऐलान किया है। इस सर्वे के दौरान घरों में हेप्पीनेस चार्ट लगाया जाएगा। जिसके माध्यम से एक माह तक सर्वे करके यह पता लगाया जाएगा कि घर में महिलाओं की खुशी कितनी देर रहती है। इस विषय पर महिलाओं के लिए आजतक कोई अलग सर्वे नहीं हुआ हैं। फाउंडेशन द्वारा सैंपलिंग के तौर पर काम किया जाएगा। यह पता लगाया जाएगा कि महिलाएं किस दिन अधिक खुश रहती हैं, किस दिन नार्मल रहती हैं और किस दिन मायूस या दुखी रहती हैं।
जागलान ने बताया कि दूसरे वर्जन में यह पता लगाया जाएगा कि महिलाओं की खुशी किन-किन कारणों से प्रभावित होती है। ऐसे ही एक दिन का सर्वे करके इन सभी कारणों व अवसरों के बारे में पता लगाया जाएगा। एक माह के इस सर्वे में महिलाओं के हेप्पीनेस का पैमाना सेट किया जाएगा। इस सर्वे की रिपोर्ट महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को दी जाएगी। हरियाणा के बाद महिलाओं पर आधारित इस सर्वे को पूरे देश में किया जाएगा।