विशेष संवाददाता
जमशेदपुर। टाटा स्टील लिमिटेड ने गत बुधवार की देर शाम अपना वित्तीय परिणाम जादू कर दिया है। वित्तीय वर्ष 2022- 23 के दौरान कंपनी का सकल राजस्व 243553 करोड रुपए रहा इस अवधि में कंपनी का शक्ल शुद्ध मुनाफा 8,075 करोड़ रुपए रहा। मार्च 2023 में खत्म तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल 62,962 करोड़ रुपए का सकल राजस्व हासिल किया। कंपनी का मुनाफा में सुधार हुआ है क्योंकि भारतीय आॅपरेशन के परफॉर्मेंस में काफी सुधार है।
वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान कंपनी ने भारत में सकल 19.9 मिलियन टन क्रूड स्टील का उत्पादन किया जो टाटा स्टील के कुल उत्पादन का 65% है। घरेलू बाजार में स्टील की डिलीवरी 11% ज्यादा हुई है और मिक्स प्रोडक्ट में काफी सुधार है। कंपनी में स्टील डिलीवरी में 9% इजाफा करते हुए तिमाही के दौरान 5.15 मिलियन टन का स्कोर हासिल किया है । वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कंपनी के प्रदर्शन को देखते हुए बोर्ड आफ डायरेक्टर्स ने 3. 60 रुपए लाभांश देने की घोषणा की है।
भारत में 2030 तक 40 मिलियन टन सालाना क्षमता हासिल करेंगे : नरेंद्रन
टाटा स्टील के सीईओ एंड एमडी टीवी नरेंद्रन ने कंपनी के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि भारत में हम लोग मल्टीपल प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं ताकि 20 30 तक भारत में 40 मिलियन टन प्रतिवर्ष उत्पादन क्षमता हासिल कर सकें । कलिंगा नगर में विस्तारीकरण जारी है और सीआरएम कांप्लेक्स में एचपीआर कॉयल का उत्पादन जारी है। नीलांचल इस्पात निगम लिमिटेड भी पिछले 2 माह से उत्पादन क्षमता में सुधार किया है और एक मिलियन क्रूड स्टील उत्पादन क्षमता की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस कंपनी के अधिग्रहण के 9 माह के भीतर हम लोग बंद कंपनी में उत्पादन दोबारा चालू करने में सफल हुए हैं। हम लोग पंजाब में इलेक्ट्रिक अर्क फर्नेस मिल लगाने की दिशा में भी प्रगति पर है । तिमाही के दौरान यूरोप में स्टील की डिलीवरी 9% बढ़ी है वहां के सीआरएम मिल का आधुनिकीकरण प्रगति पर है।
सीईओ एंड एमडी टीवी नरेंद्रन ने वर्ष 2045 तक कंपनी को नेट जिओ बनाने के लिए रणनीति पर लगातार काम करने के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर की है क्योंकि कंपनी के प्लांट विभिन्न विभिन्न क्षेत्रों में है इसलिए वहां के स्थानीय रेगुलेटरी फ्रेमवर्क सरकारी सहयोग और कस्टमर की प्रतिबद्धता के अनुरूप ग्रीन स्टील उत्पादन की दिशा में काम करते रहेंगे। नरेंद्रन ने बताया कि टाटा स्टील प्रदूषण कम करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। इस दिशा में जमशेदपुर के ब्लास्ट फर्नेस में बड़े पैमाने पर हाइड्रोजन इंजेक्टिंग की सुविधा का ट्रायल शुरू कर दिया गया है। यह दुनिया में अपनी तरह का पहला प्रयोग है । उन्होंने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सूचित किया कि टाटा स्टील को लगातार छठी बार वर्ल्ड इकोनामिक फोरम द्वारा सस्टेनेबिलिटी चैंपियन का खिताब दिया गया है। जहां तक टाटा स्टील यूरोप की बात है तो वहां कंपनी ने 9293 मिलियन यूरो का राजस्व हासिल किया है।
टाटा स्टील के एग्जूक्टिव डायरेक्टर सह चीफ फाइनेंशियल आॅफीसर कौशिक चटर्जी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वैश्विक बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहने के बावजूद कंपनी 30 बिलीयन डॉलर सकल राजस्व हासिल करने में कामयाब हुई है। कंपनी ने अपनी भारतीय परिचालन से कुल मुनाफे का 20% हासिल किया है जबकि यूरोप में 5% ज्यादा मुनाफा हासिल हुआ है। यूरोप में इनपुट कॉस्ट बढ़ने का असर मुनाफे पर पड़ा है। उन्होंने बताया कि अंतिम तिमाही में कंपनी ने 4396 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय खर्च किए हैं जिसमें कलिंगा नगर का 5 मिलियन टन की विस्तार योजना को प्राथमिकता दी गई है। इसके अलावा 4809 करो रुपए का कैश फ्लो बरकरार है। कंपनी पर अभी शुद्ध बकाया 67,810 करोड रुपए हैं।