लोहरदगा। स्थानीय को आरक्षण हेतु हेमन्त सरकार की भेदभावपूर्ण नीति के विरुद्ध पिछड़ी जाति वर्ग संघर्ष समिति के आहवाहन पर राज्य के सात जिलों में शुक्रवार को बुलायी गयी बंद को अधिकांश लोगो का समर्थन प्राप्त हुआ । मोर्चा के अहवाहन पर मोर्चा के लोग बंद सफल बनाने को लेकर सुबह से ही सड़क पर उतरे,जिसका अधिकांश दुकानदारों ने समर्थन करते हुए कुछ देर के लिए दुकानें बंद रखी। सुबह सात बजे से ही पिछड़ी जाति वर्ग समिति के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता द्वारा बाजार में घूम घूमकर व्यवसायियों से निवेदन कर पूरा ज़िला में बंद को सफल बनाने हेतु व्यवसायियो से समर्थन मांगा गया।
जिस कारण सभी के सहयोग से आज का बंद शत प्रतिशत सफल रहा। मौके पर जिला अध्यक्ष रितेश कुमार ने कहा की सरकार द्वारा पिछड़ी जाति को दिए जानेवाला 27% आरक्षण को लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, चाईबासा, दुमका में रह रहे पिछड़ी जातियों को भी देने का काम जल्द से जल्द करना चाहिए तथा इसको लागू करने हेतु सकरात्मक कदम भी उठाये।अन्यथा आगे की रणनीति में झारखण्ड राज्य के सम्पूर्ण व्यवसाय व आवागमन ठप करने के साथ साथ इससे भी कड़ा आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने को मजबूर होगी। जिसका सम्पूर्ण जवाबदेही राज्य सरकार की होगा।
ज्ञात हो कि झारखण्ड सरकार द्वारा गजट जारी कर राज्य के 17 जिलों में रह रहे स्थानीयों को वर्गीकृत कर आरक्षण दिया गया है, जिसमे पिछड़ी जाति भी शामिल है।परन्तु बाकि बचे सात जिलों में रह रहे आदिवसी, हरिजन व जनरल वर्ग के लोगो को आरक्षण तो दिया गया परन्तु पिछडों के आरक्षण को शून्य कर दिया गया, जो सरकार की भेदभावपूर्ण नीति को दर्शाता है। अतः झारखण्ड सरकार को आज के बंद से यह संकेत दिया गया कि हम पिछड़ी जाति वर्ग विशेष की लोग अपने साथ हुए अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे तथा अन्याय खिलाफ पूरी ताकत से आवाज़ उठाएंगे।
आज के बंद को सफल बनाने में पिछड़ी जाति वर्ग संघर्ष समिति लोहरदगा ज़िला अध्यक्ष रितेश कुमार, कोषाध्यक्ष अजय कुमार पंकज, महासचिव मनोज साहू, प्रवक्ता रोहित साहू, उपाध्यक्ष दीपक साहू, बजरंग साहू, केंद्रीय कार्यकरिणी के राजकिशोर महतो, संदीप कुमार गुप्ता, मनोज कुमार गुप्ता मन्ना सक्रिय सदस्य विनोद साहू, राजकुमार साहू, अभय महतो, बाल्मीकि कुमार इत्यादि सदस्य शामिल रहें।