बेगूसराय। चाकू से हुए हमले में घायल बखरी प्रखंड के अंचलाधिकारी (सीओ) शिवेन्द्र कुमार की स्थिति गंभीर रहने के कारण उन्हें सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। देर रात बखरी पीएचसी पहुंचे डीएम रोशन कुशवाहा ने अंचलाधिकारी से मिलकर उनके स्थिति की जानकारी ली तथा रेफर कराया गया।
सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती अंचलाधिकारी शिवेन्द्र कुमार ने गुरुवार को बताया कि शकरपुरा निवासी डीलर राम प्रताप सिंह के पुत्र मोहन कुमार सिंह ने एक जमीन खरीदा था। जिसमें गड़बड़ी रहने के कारण जमीन का म्यूटेशन आवेदन रद्द कर दिया गया। लेकिन वह गलत तरीके से म्यूटेशन (दाखिल खारिज) करने के लिए दबाव बना रहा था।
अंचलाधिकारी ने बताया कि उनका स्थानांतरण गोपालगंज हो गया है। यहां का प्रभार देने के लिए वह अपने किराए के निजी आवास पर पेंडिंग कार्य पूरा कर रहे थे। कार्य में सहयोग कर रहे राजस्व कर्मचारी के चले जाने के बाद मोहन आया और अभद्र भाषा में बात करते हुए चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। स्थानीय लोगों के सहयोग से उनकी जान बच सकी।
घटना के संबंध में घटनास्थल के आसपास एवं बखरी इलाके में तरह-तरह की चर्चा चल रही है। लोगों का कहना है कि आरोपित मोहन कुमार सिंह रामपुर में नवनिर्मित एएनएम कॉलेज के पास 30 लाख रुपये में एक जमीन खरीदा था। उस जमीन का म्यूटेशन (दाखिल खारिज) कराने के लिए आवेदन दिया गया, लेकिन वह आवेदन रद्द हो गया। बाद में इसके लिए दो लाख की डिमांड की गई।
उपरोक्त जमीन का कुछ हिस्सा अन्य लोगों ने भी खरीदा था। जिसका म्यूटेशन हो गया। जबकि मोहन कुमार सिंह का म्यूटेशन दो लाख से कम में करने के लिए कोई तैयार नहीं था। इससे आक्रोशित होकर उसने हमला किया है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि मोहन कुमार सिंह पर्चा की जमीन का अवैध तरीके से म्यूटेशन करवाना चाहता था, नहीं किये जाने के कारण हमला किया गया है।
लोगों का कहना है कि राजस्व कर्मियों एवं राजस्व अधिकारियों द्वारा जमीन का म्यूटेशन किया जाता है। म्यूटेशन कराने के लिए पैसे की उगाही की जाती है, जो व्यक्ति नहीं देते हैं, उनका आवेदन राजस्व कर्मचारी, अंचलाधिकारी एवं डीसीएलआर द्वारा रद्द कर दिया जाता है। जिसके कारण जमीन विवाद के हजारों मामले लंबित हैं। वहीं, कर्मचारी और अधिकारी के मिलीभगत से गलत तरीके से एक ही जमीन का कई लोगों को म्यूटेशन कर दिया जाता है, जिससे विवाद होते रहता है।
उल्लेखनीय है कि बीते रात करीब नौ बजे अंचलाधिकारी शिवेन्द्र कुमार जब अपने आवास पर थे। इसी दौरान एक व्यक्ति उनके कमरे में आया और शरीर पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया। उन्हें बचाने आए मकान मालिक पर भी हमला कर दिया और कमरा बाहर से बंद कर भागने लगा। मकान मालिक द्वारा बालकनी से हल्ला किए जाने पर लोगों ने उसे पकड़ लिया तथा घायल को पुलिस ने गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया।