हार्ट को हेल्दी रखने के लिए एक्सरसाइज से लेकर डाइट महत्वपूर्ण है। खाने में मौजूद मसालों का भी दिल पर प्रभाव पड़ता है। मसाले एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चलता है कि इनसे ब्लड शुगर और हाई लिपिड प्रोफाइल से होने वाली डैमेज और सूजन को रोका जा सकता है। ये लो कैलोरी फूड होते हैं और काफी कम कीमत में मिल जाते हैं। इनमें बढ़िया एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य जरूरी बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं, जो दिल को सेहतमंद रख सकते हैं।
हैदराबाद के यशोदा हॉस्पिटल में कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट ने कुछ मसालों को दिल की बीमारी दूर करने वाला बताया। हार्ट हेल्थ के लिए उपयोग की जाने वाली कई जड़ी-बूटियों और मसालों में इलायची, दालचीनी, लौंग, धनिया, सौंफ का तेल और बीज, लहसुन, अदरक, लाल मिर्च, अजमोद की जड़, हल्दी और सफेद सरसों के बीज शामिल हैं।
दालचीनी
दालचीनी एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करती है और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल सुधारती है। यह इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने के कारण डायबिटिक पेशेंट्स के लिए बढ़िया मानी जाती है। हालांकि यह डायबिटीज की दवा का ऑप्शन नहीं है बल्कि इसकी मदद से इलाज में मदद मिल सकती है। इसे दही, फल, स्टू और मिर्च में उपयोग किया जा सकता है।
काली मिर्च
काली मिर्च को मसालों का राजा माना जाता है और इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। यह मसाला वेट लॉस के लिए भी जाना जाता है और खून में कोलेस्ट्रॉल व ट्राइग्लिसराइड का लेवल सुधारता है। काली मिर्च में वैनेडियम होने के कारण यह हार्ट अटैक के दौरान दिल के कामकाज में सुधार लाती है।
लाल मिर्च
लाल मिर्च में कैप्साइसिन होता है जिसमें एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं और ब्लड प्रेशर कम करता है। यह गठिया के दर्द और डायबिटिक न्यूरोपैथी में भी राहत देता है। यह ज्यादातर दक्षिण पश्चिमी अमेरिकी व्यंजनों और मैक्सिकन व्यंजनों में पाया जाता है।
हल्दी
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक एक्टिव कंपाउंड है। यह एंटीऑक्सीडेंट, एंटी कार्सिनोजेनिक, एंटी माइक्रोबियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुणों के लिए जाना जाता है। इसका प्रयोग लगभग सभी भारतीय व्यंजनों में किया जाता है।
दिल के लिए फायदेमंद अन्य मसाले
लहसुन, अदरक और धनिया भी दिल के लिए हेल्दी माना जाता है। ये मसाले कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड और हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं, जिस वजह से दिल के मरीजों की सुरक्षा होती है।