झांसी। साइबर अपराध की शाखा की टीम ने तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन्होंने एटीएम के साथ धोखाधड़ी करके बैंक को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है।शनिवार को मामले का खुलासा करते हुए क्षेत्राधिकारी और साइबर अपराध थाना झांसी के नोडल प्रभारी ने बताया कि साल 2021-22 में पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबंधक नरेन्द्र सिंह और राजेश श्रीवास्तव ने एक मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें कई खातों से लेनदेन अपूर्ण होने की शिकायतें और बैंक से करीब 120 खातों की क्षतिपूर्ति की गई है। बैंक करीब दो करोड़ से अधिक के घाटे में आया है।
मुकदमा दर्ज कर निरीक्षक रजनेश कुमार चौहान ने विवेचना शुरू की। करीब डेढ़ वर्ष तक चली विवेचना में यह निकलकर सामने आया कि साइबर अपराधी केवल पंजाब नेशनल बैंक को ही टारगेट करते थे। क्योंकि इस बैंक के एटीएम मशीन में एक ऐसी व्यवस्था थी कि उसमें से पैसे निकालने के बाद कुछ देर तक पैसे निकालने वाले शटर को रोक लिया जाए तो लेन देन अपूर्ण दिखाई देने लगता था। इसी का लाभ उठाते हुए साइबर अपराधियों ने करीब 120 खातों से 20-20 हजार रुपये निकाल कर करीब 2 करोड़ से अधिक का फ्रॉड किया। इसके लिए वे एटीएम कार्ड धारकों को भी कुछ रुपये देते थे।
साइबर क्राइम ब्रांच ने काफी मशक्कत के बाद सकरार थाना क्षेत्र स्थित ग्राम भिटौरा निवासी जितेन्द्र यादव, जावन के उसरन खिरक निवासी चंद्रभान कुशवाहा और ग्राम संतपुरा निवासी दीपनारायण कुशवाहा को गिरफ्तार किया। पुलिस की मानें तो इस गिरोह के कुछ और नाम भी प्रकाश में आए हैं जो जल्द ही गिरफ्त में होंगे। गिरफ्तार हुए सभी अपराधियों का पुराना आपराधिक इतिहास भी है।