श्री बंशीधर नगर (गढ़वा)। झारखंड में वूमन ट्रैफिकिंग का मामला तेजी से बढ़ रहा है। इस कुकृत्य में संलिप्त लोग गरीब व भोली भाली आदिवासी लड़कियों को सबसे अधिक शिकार बना रहे हैं। इसका ताजा मामला झारखंड के गढ़वा जिला से सामने आया है। यहां संदिग्ध लोगों द्वारा दो आदिवासी लड़कियों के साथ संदेहास्पद तरीके से शादी का दबाव डाले जाने का मामला देख लोगों ने संदिग्धों को पुलिस के हवाले कर दिया है। लोगों की इसी सूझबूझ के कारण उक्त दोनों लड़कियां वूमन ट्रैफिकिंग की शिकार होने से बाल-बाल बच गयी।
जानकारी के अनुसार कथित दलालों द्वारा सोमवार की सुबह नगर ऊंटारी कचहरी पर बिना माता, पिता व परिजन के छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर से लाई गई दो आदिवासी लड़कियों को बहला-फुसला कर मध्य प्रदेश के ग्वालियर के युवक से
शादी के लिए राजी कराया जा रहा था। जिसकी भनक स्थानीय लोगों को लग गयी। उसके बाद यह खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गयी और देखते ही देखते काफी संख्या में लोग सिविल कोर्ट जुट गये। लोगों ने पुलिस को भी इसकी खबर दी। उधर लोगों की भीड़ लगने एवं मामला बिगड़ता देख दलाल के कान खड़े हो गये और दोनों लड़कियों को दो युवकों के साथ कचहरी से बाहर भगा दिया। उधर मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने दलाल व शादी करने पहुंचे मध्य प्रदेश के युवक एवं उसके परिजनों को हिरासत में लेकर थाना ले आयी।
पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों लड़कियों को भी बरामद कर लिया गया। उधर इसकी खबर मिलने पर भाजपा अजा मोर्चा के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण राम, विधायक प्रतिनिधि ओमप्रकाश गुप्ता के अलावे विहिप व बजरंग दल के सदस्य कचहरी पर जुट गये। उनलोगों ने कहा कि दलालों द्वारा भोली-भाली आदिवासी दलित गरीब लड़कियों के बेचने और खरीदने का घिनौना खेल जारी है। पैसे लेकर लड़कियों को बेचना जघन्य अपराध है। उन लोगों ने पुलिस से पूरे मामले की जांच कर इसमें संलिप्त लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
क्या कहते हैं एसडीपीओ
एसडीपीओ प्रमोद कुमार केशरी ने कहा कि अभी तक अनुसंधान में वूमन ट्रैफिकिंग का मामला सामने नहीं आया है। दोनों लड़कियां बालिग हैं। शादी के लिये दोनों लड़कियों ने खुद से हामी भरी हैं। फिलहाल दोनों लड़कियों के परिजनों को भी बुलाया गया है। जांच अभी जारी है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।