कोडरमा। जिले के लखिबागी स्थित सरना स्थल पर विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम और पारंपरिक रीतिरिवाजों के साथ मनाया गया। समारोह में दूरदराज से आये आदिवासी समाज के युवक युवतियों ने मांदर की थाप पर एक से बढ़कर एक आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया, तो ग्रामीण क्षेत्रों के युवकों ने ज्ञानवर्धक नाटक प्रस्तुत कर समाज को जागरूक करने का प्रयास किया। इसके पूर्व आगंतुक अतिथियों का स्वागत पारंपरिक रीतिरिवाज के साथ किया गया।
वहीं समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि एसडीपीओ जितवाहन उरांव ने लोगों को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सबों को अपनी सभ्यता और संस्कृति बचाये रखने की जरूरत है, ताकि हमारे आने वाले पीढ़ियों को उचित मार्गदर्शन मिल सके। वहीं उन्होंने कहा कि हमारे समाज में आज भी शिक्षा और जागरूकता की कमी है, इसे हरहाल में दूर करना है, उन्होंने समाज के लोगों को आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को बेहतर भोजन और कपड़े भले ही न दें, मगर उन्हें शिक्षा अवश्य दें, शिक्षा से ही हमारा समाज जागरूक होगा और जागरूक समाज ही उन्नति करता है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने संघर्ष कर ही सफलता प्राप्त किया था, ऐसे में हमें संघर्ष करने में पीछे नही रहना चाहिए, संघर्ष करने से ही सफलता मिलती है।
मौके पर रूपेश मुंडा हेम्ब्रम, अनिल हांसदा, अलका लकड़ा, उषा कांति लकड़ा, नन्दू उरांव, नवाली मुंडा, देवनिश एक्का समेत भारी संख्या में आदिवासी समाज के लोग मौजूद थे।