वाशिंगटन। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दूसरे दिन वाशिंगटन पहुंच गए हैं। वहां उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन से मुलाकात हुई है। मोदी ने बाइडन दंपति को उपहारों की पोटली सौंप दी है।
भारतीय प्रधानमंत्री मोदी इस समय अमेरिका यात्रा पर हैं। यात्रा के पहले दिन 21 जून को वे न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शामिल हुए थे। बुधवार को योग दिवस कार्यक्रम के बाद वे वाशिंगटन पहुंचे। यहां उन्हें अमेरिकी सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उसके बाद वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन से मिले।
डायमंड सिटी सूरत एक बार फिर चर्चा में है। इस बार सूरत में बने हरे डायमंड को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन को भेंट किया है।
प्रधानमंत्री मोदी इस समय अमेरिका के प्रवास पर हैं। गुरुवार को उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन को भारत की ओर से उपहार दिए। भारत की तरफ से भेंट किए गए उपहारों से भारतीय संस्कृति की भी झलक मिलती है। इन्हीं उपहारों में कश्मीर के शानदार पेपरमेशी बॉक्स में रखे इको फ्रेंडली हरे रंग के हीरे को प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन को तोहफे में दिया है। यह वह हीरा है, जिसे लैब में बनाया गया है और इस लैब को ग्रीन एनर्जी (वींड-सोलर पावर) से चलाया जाता है। फिलहाल इस ग्रीन डायमंड की खूब चर्चा हो रही है। मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को चंदन की लकड़ी से बना एक विशेष डिब्बा भेंट किया है।
चूंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सूरत के हीरा उद्योग को अच्छे से जानते हैं। अमेरिका की प्रथम महिला को इको फ्रेंडली हीरा भेंट देकर विश्व का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है। भारत की आजादी का 75वें साल में भेंट किया गया यह हीरा 7.5 कैरेट का है। यह ग्रीन डायमंड सूरत के इच्छापुर स्थित एक कंपनी में ग्रीन एनर्जी (वींड-सोलर एनर्जी) से तैयार किया गया है। जेम्स एंड ज्वैलरी प्रमोशन काउंसिल के कन्वीनर स्मित पटेल के अनुसार इको फ्रेंडली डायमंड की अमेरिका में काफी मांग है।
इस दौरान मोदी ने बाइडेन दंपति को उपहारों भरी पोटली सौंपी है। इस पोटली में चार खास डिब्बे हैं।
पंजाब का घी, महाराष्ट्र का गुण
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाइडेन को जो चार डिब्बे दिये हैं, उनमें एक डिब्बे में पंजाब का घी है। दूसरे में झारखंड से प्राप्त हाथ से बुना हुआ बनावट वाला टसर रेशम का कपड़ा। तीसरे में उत्तराखंड से प्राप्त लंबे दाने वाला चावल। इसके अलावा, चौथे बॉक्स में गुड़ है, जो महाराष्ट्र से मंगाया गया है।
दस दान राशि वाला डिब्बा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाइडेन दंपति को दस दानराशि वाला एक डिब्बा भी दिया है। गौदान (गाय का दान) के लिए गाय के स्थान पर पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा एक नाजुक हस्तनिर्मित चांदी का नारियल दिया गया है। भूदान (भूमि का दान) के लिए भूमि के स्थान पर मैसूर, कर्नाटक से प्राप्त चंदन का एक सुगंधित टुकड़ा दिया गया है। तिलदान (तिल के बीज का दान) के लिए तमिलनाडु से लाए गए तिल या सफेद तिल के बीज चढ़ाए गए हैं। राजस्थान में हस्तनिर्मित, यह सोने का सिक्का हिरण्यदान (सोने का दान) के रूप में पेश किया है। इस डिब्बे में एक चांदी का सिक्का भी है, जिसे राजस्थान के कारीगरों ने सौंदर्यपूर्ण ढंग से तैयार किया है। इसे रौप्यदान (चांदी का दान) के रूप में पेश किया गया है।
गणेश की मूर्ति के साथ गुजरात का नमक
प्रधानमंत्री मोदी ने बाइडेन दंपति को नमक के दान के रूप में गुजरात का नमक भेंट किया गया है। एक डिब्बे में गणेश की मूर्ति है, जिसे कोलकाता के पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के एक परिवार ने हस्तनिर्मित की है। दिए गए उपहारों में एक चांदी का दीपक भी है, जिसे कोलकाता में पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के परिवार ने हाथों से बनाया है।