कोडरमा। पंचायत रिसोर्स सेंटर में शनिवार को झारखंड राज्य खाद्य आयोग अध्यक्ष हिमांशु शेखर चैधरी की अध्यक्षता में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे जिले के विभिन्न पंचायतों के मुखिया शामिल हुए। संवाद कार्यक्रम में शामिल मुखियाओं को राज्य खाद्य आयोग के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए आयोग के अध्यक्ष श्री चैधरी ने कहा कि पंचायतों के विभिन्न गांवों में निवास करने वाले योग्य लाभुकों को उनका हक और अधिकार दिलवाने में आपलोग सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि लाभुकों को पारदर्शिता पूर्वक राशन डीलर से राशन मिले, स्कूलों में बेहतर तरीके से मध्यान भोजन संचालित हो, आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को शतप्रतिशत योजनाओं का लाभ मिले, इस पर विशेष ध्यान दें।
संवाद के दौरान मुखिया को उनके दायित्वों और अधिकारो की जानकारी देते हुए कहा कि पंचायत स्तर पर बनी खाद्य सुरक्षा योजना की निगरानी समिति के पदेन अध्यक्ष मुखिया होते है, ऐसे में अनाज वितरण से सम्बंधित आ रही कठिनाइयों को समाधान करने में सहयोग करें, यदि कोई डीलर राशन वितरण में गड़बड़ी करे तो तत्काल इसकी सूचना दें, यदि 30 दिनों के अंदर गड़बड़ी का निवारण नही होता है तो इसकी सूचना आयोग को दें, जरूरतमंद व्यक्ति जिनका राशनकार्ड नही है, ऐसे लोगों को जरूरत पड़ने पर आकस्मिक निधि की राशि से सम्बंधित क्षेत्र के मुखिया उस जरूरतमंद व्यक्ति को राशन दे सकते है, राशन के अभाव में किसी को भी भुखमरी का सामना करना नही पड़े। संवाद के दौरान अधिकांश मुखियाओं ने राशनकार्ड बनाने, राशनकार्ड से नाम हटाने, राशन उठाव आदि से सम्बंधित मामलों को रखा।
आयोग के अध्यक्ष ने पदाधिकारियों के साथ कि बैठक, दिए कई निर्देश
आयोग के अध्यक्ष हिमांशु शेखर चैधरी की अध्यक्षता में स्थानीय परिसदन भवन में अधिकारियों की बैठक हुई, बैठक में पीडीएस, एमडीएस, आईसीडीएस और एमटीसी से सम्बंधित योजनाओं की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान आयोग के अध्यक्ष ने सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से लोगों को मिलने वाली राशन, स्कूलों में मिलने वाले मध्यान भोजन, आंगनबाड़ी में मिलने वाले खाद्य सामग्रियों सहित विभिन्न समस्याओं से अवगत हुए। वहीं पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य के सभी जिलों में जनसुनवाई का आयोजन कर खाद्य सम्बंधित मामलों का ग्राउण्ड जीरो पर पहुंच कर लोगों की समस्याओं का समाधान करने का कार्य किया जा रहा है। मौके पर आयोग के सदस्य शबनम प्रवीण, डीडब्ल्यूओ नीली सरोज कुजूर, डीईओ नयन कुमार, डीएसओ प्रमोद राम, पंचायतों के मुखिया आदि मौजूद थे।