रामगढ़ । जिले में संगठित अपराध गिरोह के शूटर और अन्य अपराधी पुराने क्वार्टर में रहकर अपराध को अंजाम देते हैं। ऐसी कई सूचना पुलिस को पिछले कई वर्षों से मिल रही थी। सोमवार को रामगढ़ डीसी चंदन कुमार ने इस गंभीर मुद्दे को लेकर सीसीएल, पीवीयूएनएल और अन्य एजेंसियों के महाप्रबंधकों के साथ आवश्यक बैठक की। इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जिले में पुराने क्वार्टर का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में नहीं होना चाहिए। इसके लिए यह जरूरी है कि हर एजेंसी अपने क्वार्टर में रहे लोगों का पुलिस वेरिफिकेशन कराए।
जिले में विधि व्यवस्था संधारित करने के मद्देनजर डीसी और एसपी पीयूष पांडे ने सीसीएल, पीवीयूएनएल सहित अन्य एजेंसियों के महाप्रबंधकों व प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान उपायुक्त ने पुलिस अधीक्षक के साथ एजेंसीवार जिले के अलग-अलग प्रखंडों में संचालित सीसीएल, पीवीयूएनएल, टाटा सहित अन्य परियोजनाओं में अधिकारियों और कर्मियों के निवास के लिए क्वार्टरों के वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। मौके पर उपायुक्त ने सभी महाप्रबंधकों एवं प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनकी परियोजना अंतर्गत लंबे समय से खाली पड़े क्वार्टरों का इस्तेमाल किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि के लिए किसी भी हाल में ना किया जाए।
उपायुक्त ने सभी संबंधित महाप्रबंधकों एवं प्रतिनिधियों को पुराने क्वार्टरों को योजनाबद्ध तरीके से चिन्हित करने को कहा है। साथ ही क्वार्टरों में रह रहे लोगों का पुलिस वेरीफिकेशन सहित अन्य कार्रवाई सुनिश्चित करने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।