दुमका। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दुमका में शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के करीबियों के यहां बुधवार सुबह से ही छापेमारी कर रही है। इसमें टाटा शो रूम स्थित तनिष्क शो रूम, खिजुरिया स्थित तिवारी ऑटोमोबाइल, गिलानपाड़ा स्थित शराब गोदाम, कुम्हारपाड़ा स्थित पप्पू शर्मा, ठेका बाबा, न्यू कुम्हारपाड़ा अनिल सिंह और डंगालपाड़ा स्थित एक व्यक्ति के घर ईडी की टीम छापेमारी कर रही है। तनिष्क शो रूम और तिवारी ऑटोमोबाइल योगेंद्र तिवारी के जुड़वां भाई डॉ जोगेंद्र तिवारी का बताया जा रहा है जबकि शेष व्यक्ति शराब व्यवसाय से जुड़े सहयोगी है।
योगेंद्र तिवारी मूल रूप से जामताड़ा के मिहिजाम का रहने वाला है। दुमका के एसपी कॉलेज से लॉ की डिग्री लेने वाले योगेंद्र तिवारी शुरू में लोहा के कारोबार से जुड़े थे। इसके बाद शराब के कारोबार से जुड़े और देखते ही देखते साम्राज्य कायम कर लिया। योगेंद्र तिवारी ने दुमका में मैहर गार्डन, गिलानपाड़ा में घर, पोस्टमार्टम हाउस के समीप प्लाट सहित कई जगहों पर संपत्ति अर्जित कर रखा है।
कहा जाता है कि शुरुआती दौर में उसे भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं का संरक्षण मिलता रहा। झारखंड में वर्ष 2019 में हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद एक बार मिहिजाम थाना की पुलिस ने योगेंद्र तिवारी को हिरासत में भी लिया था लेकिन दिनभर रखने के बाद छोड़ दिया। इस दौरान जामताड़ा से लेकर दुमका तक उसके शराब दुकान पर पुलिस ने दबिश दी थी। फिर सब कुछ सामान्य हो गया।