लोहरदगा। जिले में जल नल योजना में भारी मात्रा में धांधली बरती जा रही है। कई जगहों पर स्टेमिट के विरुद्ध कार्य किया जा रहा है।जिसके कारण ग्रामीणों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है। केंद सरकार के अत्यंत अत्यंत महत्वकांक्षी योजना में गड़बड़ी के कारण आम लोगों को पानी नसीब नहीं हो रहा है, वही ठेकेदार और विभाग मालोमाल रहे हैं, बताया जाता है कि जिले में अरबों रुपए की लागत से हर घर नल जल योजना का कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा निविदा के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है, लेकिन कार्य में घोर अनियमितता बरती जा रही है। जहां 6 इंची बोरिंग करके पानी टावर में पानी चढ़ाने की व्यवस्था करनी चाहिए।
वहा पहले से बने चापाकल में जोड़कर पानी टावर में चलाया जा रहा है, मजेदार बात है कि विभाग के अधिकारी इस चीज को जानते हुए नजरअंदाज कर रहे हैं। जिले में हर टोला में लगभग 10 लाख के लागत से जलमीनार बनाया जा रहा है जिसमे 25 से 40 घरों में कनेक्शन देना है । लेकिन इसमें भी धांधली की जा रही है। ताजा मामला जिले के किस्को प्रखंड के बैठक पंचायत अंतर्गत बेटहट गांव के गिरजा टोली का है जहां 8000 लीटर का जल मीनार बनाया गया, लेकिन मात्र 22 लोगों को ही कनेक्शन दिया गया है। आप सोच सकते हैं 40 घरों में कनेक्शन देना है ऐसे में 22 लोगों कनेक्शन देखकर कार्य को पूरा कर देना यह किसी विभागीय सहयोग के बिना संभव नहीं है।
वही घटिया स्तर का सोलर प्लेट भी लगाया गया है जो हल्की आंधी पानी में ही उड़ गई है। जिसके कारण पिछले 15 दिनो से अधिक समय से पानी की सप्लाई नहीं हो रही है।जिससे आम लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं पानी के लिए उन्हें काफी मेहनत मशक्कत करना पड़ रहा है सवाल उठ रहा है आंखें इतने महत्वपूर्ण योजना में बड़ी गड़बड़ी कैसे हो सकती है।लोगो का कहना है की अगर सही से जांच हो जाए तो कई ठेकेदार ब्लैक लिस्टेड हो जायेंगे।
केंद सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना में किस्को प्रखंड में काफी धांधली बढ़ती जा रही है। यह कहना है जिला परिषद सदस्य संदीप कुमार गुप्ता का। संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि गिरजा टोली के लोगों ने उन्हें जानकारी दी कि निर्माण कार्य के समय काफी कोताही बरती गई है जल मीनार में सीढ़ी तक का निर्माण नहीं किया गया है वही पहले से बने अच्छे चापाकल में इस जल मीनार को जोड़ दिया गया है साथ ही घटिया स्तर का सोलर प्लेट लगाया गया है।उन्होंने इसे लेकर कहां है कि इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषी ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग विभाग से करेंगे साथ ही आम जनता को सुविधा हो इस तरह का कार्य विभाग को अपनी निगरानी में करनी चाहिए।
इस मामले में जिला पेयजल एवम स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता अनूप हंसदा ने कहा की उन्होंने स्थल का निरीक्षण किया है,दो चार दिन में जलमिनार चालू हो जायेगा।साथ ही उन्होंने कहा है की जहां बोरिंग का प्रावधान था और बोरिंग नहीं किया गया है तो निश्चित रूप से करवाई की जाएगी।