पटना।बिहार में सिवान के बहुचर्चित पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले की सुनवाई को बड़ा झटका लगा है। इस केस की मुख्य गवाह बादामी देवी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। बादामी देवी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने राजदेव रंजन हत्याकांड में मुख्य गवाह के रूप में कोर्ट में प्रस्तुत किया था।एक नवम्बर को ही इस मामले की सुनवाई की तिथि तय थी।
इसके ठीक पहले बादामी देवी की मौत से सीबीआई को जहां झटका लगा है वहीं दूसरी ओर राजदेव रंजन के परिजन के लिए भी यह बुरी खबर है। राजदेव रंजन हत्याकांड की धीमी जांच को लेकर उनके परिजन पहले भी सीबीआई पर कई बार अंगुली उठा चुके हैं। बादामी देवी को सीबीआई ने डेढ़ वर्ष पूर्व ही सुनवाई के दौरान मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद जब बादामी देवी के परिजन ने उनके जीवित होने का सबूत दिया, तब सीबीआई की एक टीम ने सिवान आकर इसकी पुष्टि की थी।
उल्लेखनीय है कि पत्रकार राजदेव रंजन की बदमाशों ने 13 मई, 2016 को गोली मारकर हत्या कर दी थी। जांच के क्रम में सीबीआई ने यह पाया था कि राजदेव रंजन ने बादामी देवी की जमीन पर जबरन कब्जा करने से संबंधित खबर को प्रकाशित किया था। इसके बाद ही लड्डन मियां के इशारे पर राजदेव की हत्या कराई गई थी।