दुमका: हंसडीहा में सरैयाहाट प्रखंड के बढ़ैत पंचायत के मुखिया सुरेश मुर्मू की हत्या हंसडीहा पंचायत की वर्तमान मुखिया आशा हेम्ब्रम और उसकी मां पूर्व मुखिया तालोको सोरेन ने कराई थी। आशा ने ही हत्या की सुपारी हंसडीहा के पारा शिक्षक राहुल कुमार वर्मा को दी। पांच लाख में राहुल से सौदा हुआ था और एक लाख रुपया एडवांस किया था। राहुल ने हत्या में मुखिया के वाहन चालक संतोष यादव, दोस्त रोहित कुमार और दो अन्य युवकों को शामिल किया। पुलिस ने पांच नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
हत्या का कारण चुनावी रंजिश और ठेकेदारी का विवाद सामने आया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त मेड इन यूएसए का एक पिस्टल, दो बाइक व छह मोबाइल बरामद किए हैं। बुधवार की शाम पुलिस सभागार में एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि तालोको सोरेन और सुरेश मुर्मू ने इस बार बढ़ैत से मुखिया पद का चुनाव लड़ा था। जिसमें सुरेश जीते। इसके बाद दोनों में तनाव हो गया। इसी बीच तालोको की बेटी हंसडीहा की मुखिया आशा हेम्ब्रम का जाहेर थान के सौंदर्यीकरण व चारदीवारी को लेकर सुरेश से विवाद हो गया। एक ही गांव के होने के कारण सुरेश को आशा हेम्ब्रम की तुलना में अधिक ठेकेदारी मिल जाया करती थी। सुरेश ने आशा के कई समर्थकों को अपने साथ मिला लिया था, जिसमें आशा का प्रभाव कम होने लगा था। यही से दोनों में दुश्मनी शुरू हुई।