रांची। राज्य के खेल मंत्री हफीजुल हसन ने बुधवार को होटवार स्थित बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम में 67वीं राष्ट्रीय स्कूल खेल प्रतियोगिता (एसजीएफआई) का उद्घाटन किया। उन्होंने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से आयोजित इस प्रतियोगिता को झारखंड के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।
उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि फुटबॉल, कबड्डी, वुशु, स्केटिंग सहित पांच खेलों की मेजबानी झारखंड कर रहा है। अभी झारखंड में ओलंपिक क्वालिफायर (महिला हॉकी) भी चल रहा है। यहां लगातार कई खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विशेष पहल और रुचि है। पहले यहां के स्कूलों में खेल प्रतियोगिता होती थी। खेल उपकरणों के लिए मदद मिलती थी जो किसी कारण से बंद हो गयी थी। अब फिर से स्कूलों में भी खेल प्रतियोगिताओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। स्कूलों को 5000-8500 रुपये तक खेल उपकरणों की खरीद के लिए मिल रहे हैं। अब एसजीएफआई के आयोजन के जरिये यहां के भी बच्चे अपनी प्रतिभा राष्ट्रीय स्तर पर दिखलाएंगे।
खेल निदेशक सुशांत गौरव ने एसजीएफआई को एक भारत, श्रेष्ठ भारत का समन्वय बताया। उन्होंने कहा कि 19 फरवरी तक चलने वाली इस खेल प्रतियोगिता के जरिये यहां सब एक दूसरे की संस्कृति, विरासत से भी परिचित होंगे। स्कूली लेवल पर खेल रहे बच्चों के लिए एसजीएफआई एक बड़ा महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है। सब यहां खेल भावना के साथ खेलें।
एसजीएफआई के खेल इवेंट्स शुरू किए जाने से पूर्व भारतीय लोक कल्याण संस्थान, रांची के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। अलग-अलग राज्यों की टीमों ने मार्च पास्ट किया। रंगीन गुब्बारे छोड़े गए।
इस मौके पर खेल निदेशक सुशांत गौरव, माध्यमिक शिक्षा निदेशक सुनील कुमार, झारखंड शिक्षा परियोजना (जेईपीसी ) की परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी, जेईपीसी के प्रशासनिक पदाधिकारी जयंत मिश्रा, आयोजन सचिव धीरसेन ए सोरेंग, झारखंड ओलंपिक संघ के शिवेंद्र दुबे, झारखंड फुटबॉल संघ के महासचिव गुलाम रब्बानी, सहित अन्य भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि रांची में पहली बार आयोजित एसजीएफआई में देशभर के स्कूलों की चयनित टीम भाग ले रही है। लड़कों की 31 और लड़कियों की 25 टीमें है। इसके जरिये पांच खेलों में 1100 से अधिक खिलाड़ी पदकों के लिए जोर आजमाइश करेंगे।