रामगढ़ । जिले के मांडू प्रखंड अंतर्गत दिग्वार पोचरा गांव में शांति व्यवस्था भंग करने की कोई कोशिश के बाद रामगढ़ जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सोमवार को डीसी चंदन कुमार और एसपी डॉ बिमल कुमार ने संयुक्त रूप से जिला शांति सह निगरानी समिति की बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने रामनवमी जुलूस में डीजे को पूरी तरीके से प्रतिबंधित कर दिया है। डीसी ने कहा कि पुलिस पदाधिकारी, अंचल अधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने क्षेत्र के सभी पूजा समितियों और अखाड़ों के पदाधिकारी से संपर्क कर उन्हें इसकी सूचना दें। जुलूस में कोई डीजे पकड़ा गया तो आदर्श आचार संहिता खत्म होने तक उसे छोड़ नहीं जाएगा।
पर्याप्त मात्रा में है पुलिस फोर्स, तीसरी नजर से बचना मुश्किल
डीसी चंदन कुमार ने स्पष्ट कर दिया कि कोई भी शांति व्यवस्था को भंग करने की कोशिश करेगा तो उस पर कार्रवाई निश्चित तौर पर होगी। जिले में फोर्स और मजिस्ट्रेट की कमी नहीं है। सबसे बड़ी बात की तीसरी आंख सब पर नजर रखेगी। पूजा समितियां के द्वारा कैमरामैन तो रखा गया है, लेकिन हर थाना को एक ड्रोन उपलब्ध कराया गया है। ड्रोन से घरों और छतों का मुआयना होगा। जिस रास्ते से जुलूस निकालने वाला है उस पूरे रास्ते पर कहीं भी ऐसा नहीं होगा जिस पर प्रशासन की नजर नहीं होगी।
शांति समिति की बैठक में एसपी डॉ बिमल कुमार ने कहा कि रामनवमी का त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो इसके लिए पूरा गाइडलाइन जारी किया गया है। पूजा कमेटी को एसडीओ कार्यालय से निर्देश दिए जा चुके हैं। सबसे अहम है कि जुलूस का रास्ता पूरी तरीके से साफ होना चाहिए। रास्ते पर अगर भवन निर्माण से संबंधित कोई सामग्री रखी गई है तो उसे तत्काल हटा लें। जिला पुलिस बल के अलावा सीआरपीएफ के बटालियन भी रामगढ़ में मौजूद है। जुलूस में सुरक्षा के लिए उनका भी प्रयोग किया जाएगा। एसपी ने कहा की पूजा समिति अपने क्षेत्र में रोशनी के पुख्ता इंतजाम करें। जुलूस के समय विद्युत आपूर्ति बंद कर दी जाएगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर डाला की कोई भी भ्रामक सूचना न फैलाएं।अगर कहीं कोई घटना घटती है तो उसकी सही सूचना प्रशासन को दें।
बैठक में एसडीओ आशीष गंगवार ने कहा कि किसी भी विषम परिस्थिति में कमेटी के पदाधिकारी से संपर्क करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए हर समिति और अखाड़े के 10 लोगों का नंबर थाना प्रभारी अपने पास रखें। अगर किसी को कोई सूचना देनी हो या कहीं कुछ वारदात हो तो समिति के पदाधिकारी से सबसे पहले संपर्क हो सके और समस्या के निवारण के लिए प्रयास किया जा सके। एसडीओ ने कहा कि जुलूस में किसी की भी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का काम नहीं करना है।
अगर जुलूस किसी धार्मिक स्थल से होकर गुजरती है तो वहां भी मर्यादा में ही रहे। आदर्श आचार संहिता लागू है और अगर इस दौरान किसी कानून का उल्लंघन होता है तो कार्रवाई निश्चित तौर पर होगी। शांति समिति की बैठक में रामगढ़ एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद, पतरातू एसडीपीओ वीरेंद्र राम, एनडीसी रविंद्र कुमार गुप्ता, सिविल सर्जन महालक्ष्मी प्रसाद, सभी थानों के प्रभारी, सभी अंचल अधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और जिले के प्रबुद्ध नागरिक मौजूद थे।