कोडरमा। थाना क्षेत्र अंतर्गत जलवाबाद में विगत 14 सितम्बर 2023 को हुए 8 वर्षीय बालक के निर्मम हत्यारोपी फरार अभियुक्त रिजवान अहमद उर्फ सिंटू कसाई के घर कोडरमा पुलिस के द्वारा दंड प्रकिया संहिता की धारा 82 के तहत इश्तहार चिपकाया गया। इसके बाद पुलिस जलवाबाद स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पहुंची और दर्जनों ग्रामीणों के समक्ष इश्तेहार चिपकाते हुए अभियुक्त सिंटू कसाई को न्यायालय द्वारा जारी इश्तेहार के अनुसार निर्धारित समय पर न्यायलय में सरेंडर करने को कहा गया है। उपस्थित नहीं होने के उपरांत न्यायालय के आदेश पर कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान ढोल नगाड़ा बजाकर ग्रामीणों को इकट्ठा किया गया।
वहीं कोडरमा थाना में पदस्थापित एसआई नंद किशोर तिवारी ने ग्रामीणों को बताया की कोडरमा थाना कांड संख्या 169/23 के अभियुक्त जलवाबाद निवासी रिजवान अहमद उर्फ सिंटू कसाई के घर और स्थानीय आंगनबाड़ी केंद्र में वार्ड सदस्य और स्थानीय दर्जनों ग्रामीणों की उपस्थिति में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अमित कुमार वैश के आदेशानुसार इश्तहार चिपकाया जा रहा है। ज्ञात हो की मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अमित कुमार वैश के द्वारा इससे पूर्व 82 के तहत हुए तामिला को पर्याप्त तामिला नही मानते हुए पुनः तामिला करने का निर्देश दिया गया था। ज्ञात हो की विगत 14 सितम्बर को अबूबसर उर्फ रहिल पिता रिजवान अहमद उर्फ सिंटू, नूर आलम उर्फ जुनैद पिता इरशाद आलम आदि के द्वारा जलवाबाद में 8 वर्षीय मासूम अब्दुसमद उर्फ अलसमद का गला दबा कर बहुत ही बेरहमी से हत्या कर बंद घर में छुपा दिया गया था।
इस घिनौने कार्य को पिता रिजवान अहमद उर्फ सिंटू कसाई द्वारा बच्चा चोरी का झूठी अफवाह फैलाया गया, ताकि अपने बेटे रहिल को बचा सके। बहरहाल इश्तहार में कहा गया है चूंकि परिवाद किया गया है कि मो. रिजवान अहमद उर्फ सिंटू, पिता मो. अख्तर, नियर मदीना मस्जिद, थाना, कोडरमा भा.द.वी की धारा 364, 302 तथा 201/34 के तहत अपराध करित किया है और उन पर जारी किए गए गिरफ्तारी वारंट को यह कहकर लौटा दिया गया है, कि अभियुक्त मिल नहीं रहा है और मुझे समाधानप्रद रूप से यह दर्षित है, की वह फरार हो गया है, या कहा जा सकता है की उक्त वारंट की तामिला से बचने के लिए अभियुक्त खुद को छिपा रहा है। इश्तेहार में साजिद हुसैन, संतोष चंद्रवंशी, मो. सफीक, आबिद रहमान, मो. ताहिर, राजू खान, सादिक, सरफराज आदि के हस्ताक्षर हैं। जबकि मौके पर दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।