जम्मू। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के गुंधा इलाके में सोमवार सुबह आतंकवादियों ने सेना के शिविर पर हमला कर दिया। इस हमले में एक जवान के घायल होने की सूचना है। इस दौरान कुछ देर के लिए हुई गोलीबारी में एक आतंकवादी मारा गया। साथ ही एक नागरिक के हताहत होने की सूचना मिली है। अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।बताया गया है कि आतंकवादियों ने पहले राजौरी जिले में शौर्य चक्र से सम्मानित वीडीजी परषोतम के घर पर हमले की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के कारण उन्हें इलाके से भागने पर मजबूर होना पड़ा। बाद में उन्होंने सेना की चौकी को निशाना बनाया।
सेना के एक प्रवक्ता के अनुसार, शिविर पर सुबह चार बजे गोलीबारी की गई। आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। रक्षा विभाग जम्मू के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि राजौरी के एक सुदूर गांव में हमले को नाकाम कर दिया गया है। फिलहाल आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ जारी है।
गौरतलब है कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने क्षेत्र में आतंकवादी हमलों के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को जम्मू में बैठकों की अध्यक्षता की थी। सेना जम्मू क्षेत्र के पहाड़ी जिले में सक्रिय विदेशी आतंकवादियों को खदेडने के लिए 3000 सैनिकों और 500 पैराकमांडो की अतिरिक्त तैनाती के साथ “ऑपरेशन ऑल आउट” शुरू कर रही है।
जुलाई में बढ़े आतंकी हमले
इस महीने आतंकियों की गतिविधियों में इजाफा देखने को मिला है। 19 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश को सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए थे। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के कास्तीगढ़ इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो सैनिक घायल हो गए थे।
सुरक्षा बलों की तैनाती और तैयारियां
इस प्रकार की घटनाएं स्पष्ट रूप से दिखाती हैं कि सुरक्षा बल हर वक्त सतर्क और तैयार रहते हैं। इन घटनाओं से यह भी पता चलता है कि आतंकवादियों की ओर से लगातार घुसपैठ और हमलों की कोशिशें की जा रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए सुरक्षा बल तत्पर हैं। यह घटना दर्शाती है कि सुरक्षा बलों की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया ने एक बड़े हमले को नाकाम कर दिया। इन मुश्किल परिस्थितियों में सुरक्षा बलों की तत्परता और हिम्मत काबिले तारीफ है।
आतंकी गतिविधियों में इजाफा देश की सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है। सुरक्षा बलों को और अधिक सशक्त बनाना और उन्हें अत्याधुनिक तकनीक और हथियारों से लैस करना अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है। राजौरी के ख्वास इलाके में हुए इस हमले ने फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवादी कभी भी और कहीं भी हमला कर सकते हैं। लेकिन हमारे सुरक्षा बलों की तत्परता और हिम्मत से इन हमलों को नाकाम किया जा सकता है। देशवासियों को भी सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करना चाहिए ताकि आतंकवादियों के नापाक इरादे कामयाब न हो सकें।