पलामू। झारखंड में उत्पाद सिपाही भर्ती के लिए चल रही शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल पलामू जिले के पांडू के वृद्धखैरा निवासी दीपक कुमार पासवान (25) की मौत हो गई। इसके साथ ही मौत का आंकड़ा बढ़कर पांच हो गया है। रांची के मेदांता में दीपक की इलाज के दौरान सोमवार को मौत हुई। वो 30 अगस्त से अस्पताल में भर्ती थे।
सोमवार शाम रांची से शव डालटनगंज पहुंचते ही अनुसूचित जाति कल्याण छात्रावास के छात्र सड़क पर उतर आए एवं प्रभावित परिवार को 20 लाख का मुआवजा एवं भाई को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर रेड़मा चौक को जाम कर दिया। इस क्रम में झारखंड सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी। चौक पर लगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पोस्टर फाड़ दिया। समाचार लिखे जाने तक सड़क जाम है। डीसी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हैं। सीओ अमरदीप बलहोत्रा मौके पर पहुंचकर समझाने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस भी मौके पर मुस्तैद है।
बता दें कि गत 27 अगस्त से पलामू जिले में उत्पाद सिपाही भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा हो रही है। चियांकी हवाई अड्डे पर हर दिन 6 हजार अभ्यर्थियों की दौड़ होती है। 28 अगस्त को दीपक दौड़ में शामिल हुए थे। 9 किलोमीटर की दौड़ पूरी करने के पश्चात दसवें किलोमीटर की दूरी पूरी करने के दौरान बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें इलाज के लिए मेदिनीनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उन्हें रांची ले जाया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
दीपक साइंटिस्ट परीक्षा पास कर चुका था। उसका स्किल टेस्ट होना था। दीपक पलामू अम्बेडकर छात्रावास में रहकर पढ़ाई करते थे। दीपक की मौत से वीर बाबा चौहरमल कल्याण समिति पलामू जिला कमिटी के पदाधिकारी काफी मर्माहत हैं एवं प्रशासन से इनके उचित मुवावजा की मांग की हैं।
उधर, पांडू प्रखंड प्रमुख नीतू सिंह ने गहरा दुख जताया है और मृतक के परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। सरकार से मृतक के परिजनों को 25 लाख का मुआवजा एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। वहीं सहायक अध्यापक महासंघ के प्रदेश महासचिव सिंटू सिंह ने भी घटना पर दुख व्यक्त करते हुए झारखंड सरकार से इस भर्ती प्रक्रिया के 10 किलोमीटर दौड़ वाले अव्यवहारिक प्रावधान को हटाने की मांग की है।