कोडरमा। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डाॅ. रमण कुमार की अध्यक्षता में मासिक बैठक की गयी। जिसमें यक्ष्मा, आईसीटीसी, एआरटी से सम्बंधित किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए डाॅ. रमण ने प्रयोगशाला प्रावैधिक को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन मरीजों को दो सप्ताह से अधिक खांसी हो, वजन कम हो रहा हो, धीमा बुखार की शिकायत हो अथवा बलगम से खून आने की शिकायत हो तो ऐसे मरीजों को यक्ष्मा का संदिग्ध मरीज मानते हुए ऐसे सभी मरीजों का शतप्रतिशत जांच सुनिश्चित करें।
मरीजों के बलगम जांच के अलावे ब्लड सुगर, एचआईवी की जांच के साथ साथ तम्बाकू की स्क्रीनिंग कराएं, ताकि पाॅजिटिव होने पर यक्ष्मा से सम्बंधित इलाज अविलंब शुरू किया जा सके। मौके पर संजय कुमार, मिथलेश प्रसाद, मो. जफीम, शैलेन्द्र कुमार, संजय वर्मा, मिथिलेश कुमार, सुनीता कुमारी, कृष्णकांत मणि, प्रतिभा नारायण, वंदना सिंह, अंजिला, जितेंद्र कुमार, मुकेश कुमार ,पाॅल एक्का, प्रकाश कुमार रवि, दीपेश कुमार, सुमिता कुमारी आदि मौजूद थे।