कोडरमा। सिविल सर्जन सभागार में मंगलवार को यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि सीएस डाॅ. अनिल कुमार व डीटीओ डाॅ. रमण कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
वहीं सीएस डाॅ. कुमार ने कहा कि ओपीडी में आने वाले यक्ष्मा के संदिग्ध मरीजों की पहचान करते हुए उनका समुचित जांच करवाना सुनिश्चित करें, यक्ष्मा रोगियों के लिए सदर अस्पताल समेत सभी सीएचसी में इलाज व जांच निःशुल्क है, जिन लोगों को 15 दिन से अधिक खांसी की शिकायत हो तो ऐसे मरीजों का टीबी जांच जरूर करवायें, इसके पूर्व डीटीओ डाॅ. कुमार ने चिकित्सकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ओपीडी में आने वाले मरीजों में से 5 प्रतिशत मरीजों खास कर टीबी के संदिग्ध मरीजों का बलगम जांच, एक्सरे करवाने पर जोर दिया जाय, साथ ही अपने अपने क्षेत्रों के प्रबुद्ध नागरिकों और आमजनों को जागरूक करते हुए प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत निक्षय मित्र अभियान बनने के लिए प्रेरित करें।
वहीं डीएस डाॅ. मनोज कुमार ने कहा कि क्षय रोग से ग्रसित मरीजों का इम्यूनिटी कमजोर हो जाता है, ऐसे में इन मरीजों को प्रोटीनयुक्त आहार लेना आवश्यक है। वहीं प्रशिक्षक डाॅ. अरुतसेल्विन राजेन्द्रीयान द्वारा सभी प्रखंडों से आये चिकित्सकों को यक्ष्मा बीमारी के लक्षण, उपचार और खानपान पर विस्तृत जानकारी दिया।
मौके पर डाॅ. कुलदीप कुमार, डाॅ. आशीष राज, डाॅ. सुनील कुमार यादव, डाॅ. आशीष कुमार यादव, डाॅ. गौरव कुमार, डाॅ. सत्यनारायण भक्त, डाॅ.आकांक्षा, डाॅ. प्रियांशु, डाॅ. प्रशांत कुमार, डाॅ. आरके दुबे, डाॅ. आरएस चैधरी आदि मौजूद थे।