पलामू। विधानसभा चुनाव 2024 में छतरपुर-पाटन विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर छठी बार निर्वाचित होकर विधायक बने राधाकृष्ण किशोर हेमंत सोरेन मंत्रिपरिषद में शामिल हो गए हैं। वे मंत्री बन चुके हैं। किशोर वरिष्ठ विधायक हैं। दलित समाज से आते हैं। 11 मंत्रियों में सबसे पहले राधाकृष्ण किशोर ने ही शपथ ली।
1980 में पहली बार विधायक बनने वाले राधाकृष्ण किशोर का 45 साल का राजनीतिक करियर रहा है। जिला मुख्यालय मेदिनीनगर के नई मुहल्ला के निवासी हैं।
उनका राजनीतिक सफर की शुरुआत छात्र रहते हुए कॉलेज के प्रेसिडेंट बनने के साथ हुई थी। रांची विश्वविद्यालय से पीजी की डिग्री प्राप्त कर हेमंत सरकार में सबसे अनुभवी और सबसे उच्च डिग्री वाले मंत्री हैं। 1985 से 1990 तक बिहार सरकार में लेदर कॉरपोरेशन के चेयरमैन भी बने थे।
राधाकृष्ण किशोर कहते रहे हैं कि जिस छतरपुर-पाटन विधानसभा क्षेत्र की जनता ने अब तक किसी को भी दूसरी बार विधायक बनने का मौका नहीं दिया, उसी विधानसभा क्षेत्र की जनता ने उन्हें छठी बार विधायक बनाया है।
राजनीति का समृद्ध अनुभव
वर्तमान दौर में किशोर पलामू के सबसे अनुभवी और विद्वान नेता हैं। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी। पहली बार 1980 में कांग्रेस के टिकट पर ही विधायक बने थे। दूसरी बार 2005 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर जदयू का दामन थाम विधायक बने। 2009 में फिर से जदयू छोड़कर कांग्रेस में वापसी की थी। इसके बाद 2014 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शिरकत और विधायक बने। 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने आजसू का दामन थाम लिया था। 2019 के चुनाव में हार के बाद, उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल होकर सबको चौंका दिया। वहीं 2024 के विधानसभा चुनाव में राजद से टिकट मिलने की प्रारंभिक घोषणा होने और फिर राजद कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद उन्होंने फिर से कांग्रेस में वापसी की और जीत दर्ज की।