रांची। मांडू से आजसू पार्टी के विधायक निर्मल महतो बुधवार को विधासभा के बाहर धरने पर बैठे हैं। हाथ में जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा रद्द की जाए का तख्ती पकड़े हुए हैं।
दरअसल, हजारीबाग में मंगलवार को जिस तरह से लाठीचार्ज हुआ उसको लेकर निर्मल महतो आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि वर्तमान सरकार छात्रों को लेकर संवेदनशील नहीं है। जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा रद्द की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जेएसएससी-सीजीएल रद्द करना पड़ेगा नहीं तो झारखंड जलेगा और इसकी जिम्मेदार सरकार होगी। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
इससे पहले जयराम महतो की पार्टी ने शुरू किया JSSC CGL पेपर रद्द करने का अभियान
बताते चले की जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम से जुड़े नेताओं ने ये अभियान शुरू किया था , जिसमें सरकार से पहले कैबिनेट में ही जेएसएससी सीजीएल पेपर रद्द करने की मांग रखी गई थी । जेएलकेएम ने 3 दिसंबर को पेपर रद्द करने का अभियान चलाते हुए अपने समर्थकों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने क्षेत्र के विधायक और मुख्यमंत्री को टैग करने के लिए कहा था ।
जयराम महतो के खास और विधानसभा प्रत्याशी रहे मोतीलाल महतो ने जेएसएससी सीजीएल परीक्षा रद्द करने की मांग का पोस्टर लगाते हुए सरकार से कैबिनेट में इसे मंजूर करने की मांग की है।
बीजेपी ने भी चलाया था अभियानः
विधानसभा चुनाव से पहले हुए जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में 72 प्रश्न रिपीट किये जाने का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों और प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी ने परीक्षा रद्द करने को लेकर अभियान चलाया था। सरकार ने अभ्यर्थियों की मांग पर एक कमिटी का गठन किया था जिसने पाया कि अभ्यर्थियों और कोचिंग संस्थान की ओर से जो दस्तावेज पेश किये गए उससे पेपर लीक होने की पुष्टि नहीं होती है
कोचिंग संस्थान के संचालक और अभ्यर्थियों की ओर से पेपर लीक के एक भी साक्ष्य पेश नहीं किये गए। अब विधानसभा चुनाव के बाद जेएलकेएम की ओर से पेपर रद्द करने की मांग एक बार फिर से उठ गई है।