सरायकेला। जिले के गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत रपचा फुटबॉल मैदान में बुधवार को मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना के तहत आयोजित प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तीनों जिलों की चयनित 21 से 50 वर्ष की महिलाओं के खाते में 57 करोड़ 38 लाख 99 हजार रुपये की राशि हस्तांतरित की।
गौरतलब है कि तीनों जिलों में इस योजना के अबतक 5 लाख 73 हजार 899 लाभुक चिह्नित किए गए हैं। इस योजना के पहले चरण में पूर्वी सिंहभूम जिले से 02 लाख 47 हजार 728 लाभुकों को 24 करोड़ 77 लाख 28 हजार रुपये, पश्चिमी सिंहभूम जिले से 01 लाख 82 हजार 336 लाभुकों को 18 करोड़ 23 लाख 36 हजार रुपये और सरायकेला-खरसांवा जिले के 01 लाख 43 हजार 835 लाभुकों को 14 करोड़ 38 लाख 35 हजार रुपये की पहली किस्त की राशि हस्तांतरित की गई।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस योजना को झारखंडी महिलाओं के लिए वरदान बताया। इस दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमने राज्य से डबल इंजन की सरकार को छीनकर सरकार बनाई। वर्ष 2019 में सरकार बनते ही राज्य की जनता ने कोरोना त्रासदी के दौर को झेला। उस दौर में हमारी सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी। सीमित संसाधनों के बीच हमारी सरकार ने राज्य की जनता को बचाने का काम किया। लाखों नौकरियां चली गईं। पूरा देश त्राहिमाम कर रहा था लेकिन हमारी सरकार ने देश के कोने-कोने में फैले झारखंडी मजदूरों को हवाई जहाज से लाने का काम किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा पिछले पांच महीने से राज्य को अशांत करने के लिए असम और छत्तीसगढ़ से नेताओं को बुलाकर साजिश रच रही है। यहां घुसपैठ के मुद्दे को हवा देकर साम्प्रदायिक सौहाद्र बिगाड़ रही है। हमारी सरकार बनते ही हर घंटे उसे गिराने में जुटी रही। धनबल और सरकारी एजेंसियों के बल पर चुनी हुई सरकारों को अशांत करने में जुटी रहती है। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने दो दिवसीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन करके दिखा दिया कि हमारी सरकार आदिवासियों की हितैषी है, भाजपा नहीं।
हेमंत ने कहा कि भाजपा के नेता तो विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं और बधाई देने की भी जहमत नहीं जुटा पाते। हमारी सरकार गांव-गांव सरकारी पदाधिकारियों को भेजकर उनकी समस्याओं को सुलझाने का काम कर रही है। इसी का परिणाम है कि राज्य की पिछली डबल इंजन की सरकार ने पांच साल के कार्यकाल में मात्र 15 लाख लोगों को पेंशन देने का काम किया लेकिन हमारे गठबंधन की सरकार ने मात्र साढ़े चार साल में 40 लाख लोगों को पेंशन देने का काम किया है। खासकर महिलाओं के लिए हमारी सरकार ने जन्म से लेकर जीवन के अंतिम क्षण तक भरण-पोषण तक की योजना चला रही है।
“झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के जरिए राज्य की सभी महिलाएं खुशहाल होने जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि फिर हमारी सरकार सत्ता में आई तो राज्य के हर परिवार को एक लाख रुपये प्रति वर्ष दिए जाएंगे। ऐसा पिछली किसी भी सरकार ने नहीं किया। उन्हें तो केवल हिंदू-मुस्लिम करना है। बेरोजगारी भत्ता को लेकर उठते सवाल पर मुख्यमंत्री ने मंच से विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जाकर ब्लॉक में पता करें कि राज्य के युवाओं को बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है या नहीं। विपक्ष के लोग तरह-तरह के षडयंत्र और साजिश रच कर सरकार को परेशान कर रही है।
हेमंत ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीतिक रूप से जब नहीं सफल हो पाते हैं तो तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर सरकार को परेशान किया जा रहा है। वीर शहीद सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो, पोटो हो के वंशज हर जुल्म और सितम को सहने के लिए तैयार है। हमारे राज्य से देश का खजाना चलता है। हमारी सरकार बनने के बाद हमने केंद्र से अपना हक 1. 26 हजार करोड़ की मांग की तो हमें जेल में डाल दिया गया लेकिन हम झारखंडी अपना हक और अधिकार लेना जानते हैं। आने वाले समय में यहां के खनिज संपदा निकालने कंपनियों से सारा हिसाब लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने अग्निवीरों के शहीद होने पर उनके आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। इसका कानून बना दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा 200 यूनिट तक बिजली बिल माफ करने जा रही है। इससे पूर्व कार्यक्रम को विधायक दशरथ गोराई, मंत्री बेबी सिंह, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी सम्बोधित किया।
इस मौके पर मंत्री दीपक बिरुआ, सिंहभूम की सांसद जोबा मांझी, गांडेय विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन, ईचागढ़ विधायक सविता महतो, घाटशिला विधायक रामदास सोरेन, बहरागोड़ा विधायक समीर महंती भी मौजूद रहे।