रांची: विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की प्रक्रिया के तहत चम्पई सोरेन फ्लोर टेस्ट में पास हो गये । सोरेन की सरकार ने 47 वोट हासिल कर विश्वास मत जीत लिया है। जो नंबर का दावा चंपाई सोरेन ने की थी वह साबित कर दिखाया । वही विश्वास मत के विपक्ष में 29 वोट पड़े हैं । निर्दलीय विधायक सरजू राय ना पक्ष में और न विपक्ष में रहे, सत्ता पक्ष के एक विधायक रामदास सोरेन बीमार होने की वजह से सदन की कार्रवाई में हिस्सा नहीं लिया । इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 6 फरवरी सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी ।
इससे पहले राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के अभिभाषण के बाद स्पीकर रबिन्द्रनाथ महतो राज्यपाल को सदन के बाहर छोड़कर सदन में आये। सरकार के विश्वास मत कार्यवाही के लिए स्पीकर ने स्टीफन मरांडी, सीता सोरेन, निरल पूर्ति और रामचंद्र सिंह को उप सभापति मनोनित किया।
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने अपनी सरकार की ओर से सदन में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने अपनी बात यह कहते हुए शुरू की कि हेमंत बाबू हैं तो हिम्मत है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार की शुरुआत की गयी थी, लेकिन सरकार बनने के बाद से ही भाजपा ने सरकार को गिराने और अस्थिर करने की कोशिश शुरू कर दी थी।