रांची। देश के नये संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाए जाने का कांग्रेस ने दमदार विरोध किया है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रविवार को रांची में विरोध स्वरूप बिरसा चौक पर धरना दिया।
धरना में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दल नेता एवं मंत्री आलमगीर आलम, राजीव रंजन प्रसाद, रवींद्र सिंह, राकेश सिन्हा, राकेश किरण, अमूल्य नीरज खलखो, चंद्रकांत शुक्ला, शमशेर आलम, कुमार राजा सहित कई नेता उपस्थित थे।
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि देश के संवैधानिक प्रमुख, सेना प्रमुख और संसद के दोनों सदनों को संबोधित करने वाली राष्ट्रपति को नहीं बुलाना, उनसे उद्घाटन नहीं कराना, पूरी तरह से तानाशाही रवैया है। यह लोकतंत्र के लिए बहुत ही घातक है। उन्होंने कहा कि यह संवैधानिक संस्थानों को खत्म करने की साजिश है, जिसे कांग्रेस कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। विपक्ष के बार-बार आग्रह, मांग और निवेदन के बाद भी भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी एक नहीं सुनी। आज देश का लोकतंत्र खतरे में है। इसे बचाना कांग्रेस का दायित्व है।
ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की आपत्ति यह नहीं है कि देश के प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन कर रहे हैं। आपत्ति यह है कि आप चार्टर्ड प्लेन से पंडित और पुजारी मंगवा रहे हैं लेकिन दिल्ली में बैठी देश के संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति को उद्घाटन समारोह में नहीं बुला रहे हैं। यह कैसी जिद और कैसी नयी परंपरा की शुरूआत है। देश की जनता राष्ट्रपति के इस अपमान को कभी भूल नहीं पायेगी।