कोडरमा। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त मेघा भारद्वाज की अध्यक्षता में राजस्व एवं आपदा की समीक्षा किया गया। बैठक में 30 दिनों एवं 90 दिनों से अधिक समय से लंबित दाखिल-खारिज मामले, डीएफसीसीआईएल से संबंधित लंबित दाखिल-खारिज मामले, एन.एच.ए.आई से संबंधित लंबित दाखिल-खारिज मामले, अवैध जमाबंदी नियमितिकरण रद्दीकरण के मामले में खोले गये अभिलेखों की स्थिति, अतिक्रमण के मामले में खोले गये वादों, अभिलेखो की स्थिति, ई-कोर्ट की अद्यतन स्थिति, भूमि सीमांकन, भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र निर्गत, जमाबंदी सुधार से संबंधित मामले और विभिन्न प्रमाण पत्र निर्गत (जाति आवासीय एवं आय प्रमाण पत्र इत्यादि) की समीक्षा किया गया। साथ ही विभिन्न विभागों को हस्तांतरित की जाने वाली भूमि संबंधी मामले (सोलर पावर (प्लाॅन्ट), आपदा से संबंधित सभी मामलों की भी समीक्षा किया गया। उपायुक्त ने दाखिल-खारिज मामलों की समीक्षा करते हुए सभी सीओ को निर्देश दिए कि बिना किसी वैद्य कारण से आवेदनों को रिजेक्ट न करें।
आमजनों को कार्यालय का बार-बार चक्कर न कटाना पढ़ें, उनके समस्याओं और त्रुटियों का समाधान करते हुए दाखिल खारिज करेंगे। उपायुक्त ने अवैध जमाबंदी का नियमितिकरण रद्दीकरण के मामले को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अवैध जमाबंदी का नियमितिकरण से संबंधित चेक लिस्ट बनायेंगे। संदेहास्पद जमाबंदी को रद्द करने की बात कही। उन्होंने ई कोर्ट से संबंधित लंबित मामलो का यथाशीघ्र निस्तारण करने का निर्देश दिये। भु-स्वामित्व प्रमाण पत्र में प्रगति लाने को कहा गया। विभिन्न प्रमाण पत्र निर्गत (जाति आवासीय एवं आय प्रमाण पत्र इत्यादि) की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि सभी आवेदनों का सत्यापन करते हुए तय समयावधि पर प्रमाण पत्र निर्गत करें। जमाबंदी सुधार मामले में सभी तरीके से नोटिस करने और उसका तामीला प्रतिवेदन प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। आपदा से संबंधित मामलों का निस्तारण करते हुए राशि भुगतान करने की बात कहीं।
डीएफसीसीआईएल, एनएचएआई व भु-अर्जन की समीक्षा
उपायुक्त द्वारा डीएफसीसीआईएल, एनएचएआई और भु-अर्जन से संबंधित समीक्षा किया गया। वहीं उन्होंने मुआवजा से लंबित मामलों पर अविलंब भुगतान की कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। साथ ही जिस परियोजना का अधिसूचना का प्रकाशन किया जाना है, उसे अविलंब करने का निर्देश दिया गया। बैठक में एसी अनिल कुमार, एनएचएआई प्रतिनिधि, सभी सीओ आदि मौजूद थे।