झरिया । धनबाद जिला का पहला और झारखंड राज्य का दूसरा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट झरिया के बोर्रागढ़ मैगजीन घर व आवादी वाले क्षेत्र में बनाने का स्थानीय लोगों ने किया विरोध । रविवार को बोर्रागढ़ के लोगों ने निर्माण स्थल पर प्लांट का विरोध किया। प्लांट लगभग 76 करोड़ रुपये की लागत से बोर्रागढ़ सीआईएसएफ कैम्प के समीप सुरेंद्र कॉलोनी स्थित घने जंगल में बनाया जाएगा।. इस उद्देश्य से धनबाद नगर निगम व रेमकी कंपनी के अधिकारी क्षेत्र का निरीक्षण करने बोर्रागढ़ पहुंचे। अधिकारियों के आने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी नगर निगम द्वारा डंपिंग करने वाले चिह्नित स्थान पर पहुंच. लोगों ने डंपिंग यार्ड बनाए जाने का खुल कर विरोध किया।
वरीय अधिकारियों सुनाया समस्या:
धनबाद नगर निगम के अधिकारियों से स्थानीय लोगों की तीखी बहस होने लगी। मामला बढ़ता देख नगर निगम के अधिकारियों ने वरीय अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद अपर नगर आयुक्त महेश्वर महतो, सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार बोर्रागढ़ पहुंचे व ग्रामीणों को समझाया। अपर नगर आयुक्त ने कहा कि जगह नगर निगम को हस्तांतरित किया जाना है।यहां सिर्फ कचरों का डंपिंग यार्ड नहीं, बल्कि 76 करोड़ रुपये खर्च कर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाया जाएगा।कचरों को डंप कर प्रोसेसिंग यूनिट में कन्वर्ट किया जाएगा। इसमें मजदूरों की भी आवश्यकता होगी, जिससे रोजगार भी उपलब्ध होगा।
आम जन व मैगजीन घर पर खतरा:
उन्होंने जानकारी दी कि झारखंड के रांची में पहला प्लांट प्रस्तावित है, दूसरा झरिया में बनाया जाएगा. इसके लिए डोर टू डोर उठाए जाने वाले कचरों को डंप कर प्रोसेसिंग होगी। यही समझाने के लिए हम लोग यहां आए हैं. वरीय अधिकारियों के समझाने के बावजूद स्थानीय लोग खुल कर विरोध कर रहे है। लोगों ने कहा कि आसपास कॉलोनियां हैं, घनी आबादी के बीच कचरों को डंपिंग करने नही दिया जाएगा। बगल में ही बीसीसीएल का मैगजीन घर है ।अगर आग लग गई तो जानमाल का नुकसान की भी आशंका है। घने जंगलों को नष्ट नहीं होने दिया जाएगा।नगर निगम को कोई दूसरी जगह चिह्नित करनी चाहिए।