रांची। मादक पदार्थों पर रोक को लेकर गुरुवार को मोरहाबादी स्थित आर्यभट्ट सभागार में जिलास्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के दौरान एसपी एनसीबी सारिक उमर की ओर से विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थों और उनके प्रभाव के बारे में पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी गयी। उपस्थित लोगों विशेषकर छात्रों को मादक पदार्थों की पहचान, सेवन से होने वाले प्रभाव और बचाव के बारे में विस्तार से बताया गया। नशे के सेवन से किस तरह युवा पीढ़ी और समाज प्रभावित हो रहे हैं इससे संबंधित एनसीबी का वीडियो भी सभी को दिखाया गया।
कार्यशाला में संबोधित करते हुए एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि नशा के खिलाफ जनजागरण की आवश्यकता है। माता-पिता सहित अन्य अभिभावक बच्चों के क्रियाकलापों पर नजर रखें, उनसे बातचीत करें, साथ में लंच या डिनर करें। बच्चों की आंखों, चलने और बोलने के तरीके से पहचानें, कहीं वो नशा तो नहीं कर रहा। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि सिगरेट क्या है?, तंबाकू की डंडी, जिसके एक सिरे में धुआं है और दूसरे सिरे पर एक मूर्ख।
उन्होंने बताया कि इसके लिए रांची पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। जिस पर व्हाट्सऐप के माध्यम से रांची में चल रहे नशे के कारोबार, मादक पदार्थों की बिक्री एवं इसमें संलिप्त व्यक्ति की जानकारी दी जा सकती है। कार्यशाला के दौरान सभी को ये वीडियो दिखाया गया। कार्यशाला के दौरान उपस्थित लोगों को हेल्पलाइन नंबर 9153886238 नोट कराया गया एवं सभी से दूसरे लोगों से साझा करने की अपील की गयी। कार्यशाला में न्यूरो फिजिशियन, रिनपास सजल अशीष नाग ने मादक पदार्थों के आदि हो चुके व्यक्ति के उपचार के संबंधित आवश्यक जानकारी दी।