पलामू। हरिहरगंज के चीनी व्यवसाय शुभम गुप्ता की हत्या के 13 दिन बीत जाने के बाद भी उसके हत्यारों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पायी है। पुलिस का दावा है कि अपराधी चिन्हित हो गए हैं और जल्द पकड़ में आ जाएंगे। बता दें कि गत 18 जनवरी को छतरपुर बाजार में दिनदहाड़े शुभम गुप्ता की हत्या गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस बीच मंगलवार को पूर्व विधायक राधाकृष्ण किशोर ने पलामू में बढ़े अपराध के ग्राफ पर चिंता जाहिर की। किशोर ने कहा कि पलामू पुलिस थाना और पिकेट में सिमट कर रह गई है। 25 थाना और 21 पिकेट होने के बावजूद आपराधिक घटनाओं में गिरावट ना होकर इसमें वृद्धि ही हो रही है। अपराधियों पर नियंत्रण के लिए पुलिस अधिकारियों के पास कोई रणनीति नहीं है। पुलिस के अमानवीय व्यवहार के कारण लोग थाना जाने से डरते हैं।
राज्य में हत्या के मामले में हर साल रांची के साथ पलामू शीर्ष तीन में बना रहता है। प्रत्येक वर्ष यहां ढाई हजार अपराधिक घटनाएं हो रही हैं। पिछले छह साल में वर्ष 2018 से 2023 तक जिले में 16168 अपराधिक घटनाएं हुईं हैं। जिसमें 673 मर्डर, 366 दुष्कर्म, 284 अपहरण, 220 लूट, 34 डकैती जैसे संगठित अपराध हुए हैं।
इस आंकड़े से स्पष्ट है कि जिले में पुलिसिंग पूरी तरह फेल है। पलामू पुलिस संगीन अपराधिक घटनाओं को कंट्रोल नहीं कर पा रही है। अपराधी पुलिस को लगातार चुनौती दे रहे हैं। अपराध की स्थिति यहां के लोगों के जनजीवन के साथ आर्थिक विकास को भी प्रभावित कर रहा है। लोग दहशत के बीच जी रहे हैं।